मैक्सिको सिटी: इस साल के पहले पूर्ण सूर्यग्रहण को दुनिया में सबसे पहले मैक्सिको के मजैटाइन शहर में देखा गया. मैक्सिको के स्थानीय समय के अनुसार, सुबह 11:07 बजे पूर्ण सूर्यग्रहण का नजारा दिखा. इस कारण मैक्सिको का प्रशांत तट पूरी तरह से अंधेरे के आगोश में समा गया. दिन में रात जैसे मंजर का अहसास हुआ.
यह सूर्यग्रहण भारत को छोड़कर मैक्सिको, उत्तरी अमेरिका, कनाडा, जमैका, आयरलैंड, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र, क्यूबा, डोमिनिका, कोस्टा रिका, पश्चिमी यूरोप, फ्रेंच पोलिनेशिया, पेसिफिक, अटलांटिक और आर्कटिक में भी दिखा. भारतीय समयानुसार, यह आठ अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू हुआ और इसका समापन 09 अप्रैल को तड़के 2 बजकर 22 मिनट पर हुआ. इसकी कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट रही. इस दौरान 4 मिनट 11 सेकंड के लिए आसमान में अंधेरा छा गया.
इस लौकिक क्षण को देखने के लिए उत्तरी अमेरिका में जगह-जगह लोगों का तांता लगा रहा. लोगों ने प्रकाश को कुछ क्षण के लिए डूबते देखा. साथ ही इसके बाद एक चमकदार अंगूठी के रूप में प्रकाश के पुनर्जन्म के साक्षी बने. कार्लटन विश्वविद्यालय के हनिका रिजो ने कहा है कि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण ब्रह्मांड में हमारे स्थान को प्रतिबिंबित करने का विशेष क्षण रहा. वैज्ञानिक लंबे समय से सूर्य के जन्म और सौर मंडल के गठन से जुड़े चमत्कारों का अध्ययन कर रहे हैं. रिजो के अनुसार, मैग्मा महासागर के जमने का समय निर्धारित करने का प्रयास करने वाले अध्ययन सूर्य के जन्म के बाद 10 से 15 करोड़ वर्ष के बीच की आयु प्रदान करते हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार
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