साल 2024 राम भक्तों के लिए काफी ज्यादा खास है क्योंकि इस साल 22 जनवरी को लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का उद्घाटन हुआ. वहीं अब गर्भगृह में विराजमान रामलला का चमत्कारिक सूर्य तिलक लगने जा रहा है. जी हां हिंदू नववर्ष ‘विक्रम संवत 2081’ को खास बनाने के लिए अयोध्या में स्थित राम मंदिर में रामनवमी के दिन विज्ञान की मदद से भगवान राम को चमात्कारिक सूर्य तिलक लगाया जाएगा.
कैसे लगेगा भगवान राम को चमत्कारिक सूर्य तिलक?
अयोध्या में स्थित राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान रामलला के नूतन विग्रह पर विज्ञान की मदद से सूर्य की किरणों से रामवनवमी के दिन तिलक लगाई जाएगी. बता दें कि दुनिया में बहुत कम ऐसे मंदिर हैं जहां भगवान की मूर्ति पर सूर्य तिलक होती है. हालांकि, अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद पहली बार भगवान राम का सूर्य तिलक होगा.
रामनववी के दिन मध्य बेला में 12 बजे रामलला का ढाई से पांच मिनट तक सूर्य की किरणों से अभिषेक किया जाएगा. इस दौरान वैज्ञानिकों के द्वारा बनाए गए पद्धति की मदद से सूर्य की किरणें सीधे रामलला के ललाट पर आपतित होंगी. जिसकी रश्मियों से भगवान का मुख मंडल भी आलोकित होगा. इसी समय राम जन्मोत्सव का उल्लास भी होगा. बीते रविवार और सोमवार को इसका सफल परीक्षण भी कर लिया गया था.
हर साल रामनवमी पर भगवान राम का होगा सूर्य तिलक
बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट ने इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों को दी है जिसका नाम ‘सूर्य तिलक’ रखा गया है. इस प्रोजेक्ट के लिए वैज्ञानिकों ने मिरर, लेंस और पीतल की मदद से एक पद्धति की निर्माण की है जिसके संचालन में न ही बिजली और न ही बैटरी जरुरत पड़ेगी. अच्छी बात ये है कि अब हर साल रामनवमी के अवसर पर रामलला का सूर्य तिलक होगा.
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