लोकसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती को बड़ा झटका लगा है. यूपी के बिजनौर से सांसद मलूक नागर ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है और आरएलडी का दामन थाम लिया है. आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया.
मलूक नागर ने इस्तीफे की वजह बताते हुए कहा कि वह घर नहीं बैठ सकते थे इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. दरअसल मायावती ने बिजनौर से नागर का टिकट काटकर चौधरी बिजेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था. इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि वो बीएसपी छोड़ किसी अन्य दल में शामिल होंगे.
सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से नागर ने अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा, ‘मौजूदा हालातों और राजनीतिक माहौल को देखकर, आज मैं, मेरे बड़े भाई श्री लखीराम नागर, (पूर्व मंत्री, उ.प्र. सरकार), मेरी धर्मपत्नी श्रीमती सुधा नागर, (पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष) हम सभी, बहुजन समाज पार्टी को छोड़ रहे है.’
कौन है मलूक नागर?
मलूक नागर की गिनती मायावती के भरोसेमंद नेताओं में होती थी. 2009 और 2014 में मेरठ और बिजनौर सीट से चुनाव में हार के बाद भी मायावती ने उन पर भरोसा जताया था और 2019 में फिर बिजनौर से प्रत्याशी बनाया था.
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