श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उत्तरी कश्मीर की सीट बारामूला-कुपवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. पार्टी अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला ने आज इसकी घोषणा कर दी.
बारामूला लोकसभा सीट साल 1967 में अस्तित्व में आई. इस सीट पर हुए पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी और सईद आगा यहां से सांसद बने थे. यहां पर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का जलवा देखने को मिला है, हालांकि यह सीट नेकां का गढ़ रही है.
बता दें कि 2019 में मोहम्मद अकबर लोन यहां से सांसद बने. उन्होंने 1971 के चुनाव में भी जीत हासिल की थी जबकि 1977 में यह सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई और नेशनल कॉन्फ्रेंस को जीत मिली. 1977 से लेकर 1989 तक बारामूला सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का ही कब्जा रहा. 1996 में यहां पर कांग्रेस की वापसी हुई. लेकिन 1998 के चुनाव में वो फिर हार गई. नेशनल कॉन्फ्रेंस के हाथों कांग्रेस को शिकस्त मिली. नेशनल कॉन्फ्रेंस को इस सीट पर 1998 के बाद 1999, 2004 और 2009 के चुनाव में भी जीत मिली. 2009 में यहां पर पीडीपी की जीत हुई. हालांकि बारामूला-कुपवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के सहयोग और गुज्जर-बक्करवाल समुदाय में पुरानी पकड़ को देखते हुए नेकां की स्थिति को मजबूत माना जा रहा है. हालांकि अभी तक इस सीट पर मात्र जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) के अध्यक्ष सज्जाद लोन ही चुनाव मैदान में थे जबकि अब उमर अब्दुल्ला भी चुनाव मैदान में कूद गए है जबकि अभी अन्यों दलों द्वारा अपने प्रत्याशियों का ऐलान करना बाकी है.
हिन्दुस्थान समाचार
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