रक्षा मामलों में आत्मनिर्भरता की दिशा में सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना की क्षमताओं को बढ़ाने और ‘मेक इन इंडिया’ पहल का समर्थन करने के उद्देश्य से 97 एलसीए मार्क 1ए लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 65,000 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है.
यह भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला स्वदेशी सैन्य हार्डवेयर का अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर होगा. रक्षा मंत्रालय की ओर से हाल ही में एचएएल को टेंडर जारी किया गया था और उन्हें इसका जवाब देने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है.
इससे रक्षा क्षेत्र की छोटी और मध्यम वर्ग की कंपनियों के बिजनेस को भी फायदा मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी लगातार एचएएल को बढावा दे रहे हैं और यही वजह है कि सभी प्रकार के स्वदेशी फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर और इंजन के निर्माण की डील एचएएल को मिल रही हैं.
भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान
12 अप्रैल, 2024 को घोषित इस सौदे से नौकरी के अवसर पैदा होने और भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान की उम्मीद है. इस फैसले ने सोशल मीडिया पर चर्चा छेड़ दी है, कुछ लोगों ने स्वदेशी प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की है, जबकि अन्य ने एकल-विक्रेता परिदृश्य पर सवाल उठाया है. यह निविदा भारतीय एयरोस्पेस उद्योग को मजबूत करने और विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
कमेंट