दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार BRS नेता के. कविता (K. Kavitha) को बीते शुक्रवार (12 अप्रैल) को CBI ने दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. जहां CBI ने कोर्ट से 5 दिन की कस्टडी की मांग की. राउज एवेन्यू कोर्ट ने के. कविता को 15 अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया. BRS नेता को प्रोडक्शन वांरट के तहत तिहाड़ जेल से लाया गया. इतना ही नहीं CBI ने ट्रायल कोर्ट को इस पूरे घोटाले में के. कविता की भूमिका के बारे में बताया. जांच एजेंसी ने दिल्ली कथित शराब घोटाले की अब तक की जांच में सामने आई थ्योरी, किरदार और किस आरोपी की क्या भूमिका है इसके बारे में भी खुलासा किया.
‘100 करोड़ की रिश्वत अरेंज करने में कविता की बड़ी भुमिका’
सीबीआई ने के. कविता की कस्टडी के लिए कोर्ट में दलील देते हुए बताया कि आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए 100 करोड़ की रिश्वत अरेंज करने में BRS नेता का बहुत बड़ा रोल रहा है वो मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं. जांच एजेंसी ने कहा कि बिजनेसमैन विजय नायर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात कर शराब नीति के जरिए सपोर्ट करने का आश्वासन दिया था और बाद में हैदराबाद में के. कविता ने भी उससे मुलाकात की थी. विजय नायर ने ही कविता से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत की व्यवस्था करने के लिए बोला था. कविता ने 100 करोड़ रुपये का इंतजाम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. सीबीआई ने अपनी दलीलों में इस दौरान सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ के बयान का हवाला दिया.
‘100 करोड़ की रिश्वत देने का आरोप’
आम आदमी पार्टी के नेताओं के कहने पर साउथ ग्रुप (शरत रेड्डी, BRS नेता के. कविता, YSR कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी, उनके बेटे राघव मगुंटा) ने विजय नायर को लगभग 100 करोड़ की रिश्वत दी थी. बता दें कि इस मामले में साउथ ग्रुप का प्रतिनिधित्व करने वाले अरुण पिल्लई, बुचीबाबू और अभिषेक बोइनपल्ली ये तीनों गिरफ्तार हैं.
‘बातचीत के लिए शरतचंद्र रेड्डी को कविता ने किया था आगे’
जांच एंजेसी ने कहा कि इस मामले में बातचीत के लिए के. कविता ने शरतचंद्र रेड्डी को आगे किया था. मनीष सिसोदिया के दबाव की वजह से ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद भी इंडोस्पिरिट्स को लाइसेंस दे दिए गए थे. जांच एंजेसी ने कहा कि कविता ने अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके राघव मुंगटा की कंपनी को NOC दिलाने में भी मदद की थी. CRPC की धारा 161 और 164 के तहत हवाला ऑपरेटरों के बयान से 11.9 करोड़ रुपये के भुगतान की पुष्टि हो चुकी है. गोवा चुनाव के लिए हवाला के जरिए पैसा इकट्ठा किया गया था और ये रकम आम आदमी पार्टी के गोवा से जुड़े एक व्यक्ति को दी गई थी. साउथ में सिंडिकेट चलाने के लिए कविता का शराब घोटाले नीति में मुख्य भूमिका रही है.
‘पूछताछ में नहीं कर रही हैं सहयोग’
कोर्ट में CBI ने कहा कि के. कविता इस मामले में पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही हैं. वो सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रही हैं औऱ इसलिए सीबीआई को कस्टडी चाहिए. CBI ने कहा जो गवाह और सबूत हैं उनसे कविता का सामना करवाना है और इस मामले में शामिल अन्य लोगों का भी पता लगाना है.
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