नई दिल्ली: कनाडा के नेतृत्व वाले संयुक्त कार्य बल (सीटीएफ) 150 के समर्थन में काम कर रही भारतीय नौसेना ने कंबाइंड मेरीटाइम फोर्सेज (सीएमएफ) सदस्य के रूप में पहला ड्रग निषेध लागू किया है. संयुक्त समुद्री बलों के सदस्य के रूप में भारतीय जहाजों ने फोकस्ड ऑपरेशन ‘क्रिमसन बाराकुडा’ के हिस्से के रूप में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद किये हैं. कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज में 42 देशों की नौसैनिक साझेदारी है.
कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि संयुक्त टास्क फोर्स 150 के नेतृत्व वाले फोकस्ड ऑपरेशन क्रिमसन बाराकुडा के हिस्से के रूप में पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस तलवार ने 13 अप्रैल को एक संदिग्ध जहाज को पकड़ लिया. जहाज की विशेषज्ञ बोर्डिंग टीमों और मार्कोस ने 940 किलोग्राम प्रतिबंधित नशीले पदार्थ जब्त किए. तलवार श्रेणी के युद्धपोत तलवार ने फोकस्ड ऑपरेशन ‘क्रिमसन बाराकुडा’ के हिस्से के रूप में 453 किलोग्राम मेथमफेटामाइन, 416 किलोग्राम हैश और 71 किलोग्राम हेरोइन जब्त की.
संयुक्त टास्क फोर्स 150 के कमांडर रॉयल कैनेडियन नेवी के कैप्टन कॉलिन मैथ्यूज ने इस फोकस्ड ऑपरेशन के दौरान ड्रग्स जब्ती पर आईएनएस तलवार के चालक दल की सराहना की, क्योंकि उनकी कड़ी मेहनत से 940 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किया गया है. उन्होंने कहा कि इस फोकस्ड ऑपरेशन की चौथी जब्ती समुद्र में आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और बाधित करने में संयुक्त समुद्री बल और भारतीय नौसेना की व्यावसायिकता को प्रदर्शित करती है. कंबाइंड मैरीटाइम फोर्सेज 42 देशों की नौसैनिक साझेदारी है, जो दुनिया के कुछ सबसे महत्वपूर्ण शिपिंग लेनों को कवर करने वाले 3.2 मिलियन वर्ग मील पानी में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देकर अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था को कायम रखती है.
उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को हुए ऑपरेशन ‘क्रिमसन बाराकुडा’ का ध्यान पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र में तस्करी के संचालन के लिए खुले समुद्र के उपयोग वाले आतंकवादी और आपराधिक संगठनों का मुकाबला करने पर केंद्रित था. सीटीएफ 150 दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय नौसैनिक साझेदारी, संयुक्त समुद्री बलों के तहत पांच टास्क फोर्स में से एक है. सीटीएफ 150 का मिशन हिंद महासागर, अरब सागर और ओमान की खाड़ी में हथियारों, दवाओं और अन्य अवैध पदार्थों को ले जाने की क्षमता को रोकना और बाधित करना है.
हिन्दुस्थान समाचार
कमेंट