भारत में लोकसभा का चुनाव जारी है. पहले चरण के मतदान 19 अप्रैल को समाप्त हो गए थे. दूसरे चरण के मतदान आज 26 अप्रैल को है. इस दौरान 12 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश की 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग जारी है. दूसरे चरण की 88 सीटों पर कुल 1206 कैंडिडेट की किस्मत का फैसला होगा.
दूसरे चरण के चुनाव के दौरान अहम सीटों की बात करें, तो 1962 में बनी जम्मू-कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों में से एक जम्मू निर्वाचन क्षेत्र भी अहम सीटों में से एक है. क्योंकि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में ये पहला चुनाव है. ऐसे में देश दुनिया की नजर इन चुनावों पर है. तो चलिए जान लेते हैं कि इस बार जम्मू लोकसभा सीट से कौन-कौन चुनावी मैदान में हैं. मुकाबला कैसा है, यहां के सियासी समीकरण क्या हैं और इस सीट का इतिहास क्या है?
इस बार कौन है चुनावी रण में
2024 के लोकसभा चुनाव में जम्मू सीट से 12 निर्दलीयों समेत 22 प्रत्याशी मैदान में हैं. भाजपा इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है तो कांग्रेस बीजेपी को हराने के लिए जुटी हुई है. हालांकि देखा जाए तो इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है. भाजपा की ओर से जुगल किशोर तीसरी बार इस सीट से उम्मीदवार हैं उनके खिलाफ विपक्ष की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी रमन भल्ला चुनावी मैदान में हैं. जम्मू-कश्मीर के तीन जिलों जम्मू, सांबा और रियासी के 17 और राजौरी जिले के एक विधानसभा क्षेत्र में विस्तृत यह प्रदेश का एकमात्र ऐसा संसदीय क्षेत्र है, जहां 75 प्रतिशत मतदाता हिंदू हैं.
मुकाबला बेहद कड़ा ओर दिलचस्प
बीजेपी की ओर से जुगल किशोर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य है. बीजेपी ने तीसरी बार उनपर भरोसा जताया है. जुगल किशोर जीत की हैट्रिक लगाने को तैयार है. तो वहीं कांग्रेस की तरफ से रमन भल्ला जम्मू-कश्मीर विधान सभा से 2002-2014 तक विधायक चुने गए. वह 2 बार गांधीनगर से विधायक रह चुके हैं जो जम्मू लोकसभा की ही हिस्सा है. ऐसे में इस संसदीय क्षेत्र में ये मुकाबला बेहद कड़ा ओर दिलचस्प होने वाला है.
जम्मू लोकसभा के क्षेत्रिय मुद्दे
जम्मू में सबसे बड़ा मुद्दा आतंकवाद और टारगेट किलिंग का है लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद से इसमें काफी कमी आई है. यहां डर का माहौल खत्म होता देखा गया. यहां पत्थरबाजी और आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है तो वहीं रोजगार के नए अवसर भी पैदा किए जा रहे है. इन्वेस्टर समिट के माध्यम से यहां विदेशी और घरेलू निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है.
लोकसभा सीट का इतिहास
जम्मू लोकसभा सीट वर्ष 1967 में अस्तित्व में आई थी. शुरुआती वर्षों में ये कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था. इस सीट पर जब पहली बार चुनाव हुए तो परिणाम कांग्रेस के पक्ष में थे. कांग्रेस पार्टी के आईजी मेल्होत्रा ने इस सीट पर पहली बार हुए चुनाव में जीत हासिल की थी. और इस सीट पर कांग्रेस की जीत का सिलसिला वर्ष 1967 से लेकर 1996 तक चला. 1998 में इस सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस के किले में सेंध लगाई. और पहली बार यहां अपना खाता खोला. 1998 में बीजेपी की ओर से उम्मीदवार रहे विष्णु दत्त इस सीट से सांसद बने. सन् 1999 में बीजेपी ने यहां से फिर जीत हासिल की. पर, 2002 के उपचुनाव में बीजेपी ने इस सीट को खो दिया. इसके बाद 2004 और 2009 के भी चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने ही जीत हासिल की. वहीं 2014 में मोदी लहर का जादू इस सीट पर भी दिखा और ये सीट बीजेपी जीतने में कामयाब रही. बीजेपी के जुगल किशोर ने 2014 और 2019 में इस सीट से जीत हासिल की.
वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे
वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू सीट से बीजेपी के जुगल किशोर ने जीत दर्ज की थी. मौजूदा सांसद और दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरे जुगल किशोर ने कांग्रेस के रमन भल्ला को 30,2875 वोटों से हराया था. जुगल को 8,58,066 वोट मिले तो वहीं रमन भल्ला को 5,55,191 वोट हासिल हुए थे. तीसरे नंबर पर बसपा के बद्रीनाथ थे जिनके खाते में मात्र 14 हजार वोट आए थे. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर करीब 15 लाख मतदाता थे. 80 प्रतिशत वोटिंग जम्मू लोकसभा सीट पर हुई थी.
वर्ष 2014 में क्या थे नतीजे?
वर्ष 2014 के चुनाव में बीजेपी के जुगल किशोर जीत हासिल कर संसद पहुंचे थे. उन्होंने कांग्रेस के मदन लाल शर्मा को 257280 वोटों से मात दी थी. इस चुनाव में जुगल किशोर को 61,9,995 वोट मिले थे तो मदन लाल को 36,2,715 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में जम्मू सीट पर करीब 68 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
जम्मू लोकसभा सीट पर कब किसे मिली जीत?
1967- आईजी मेल्होत्रा (कांग्रेस)
1971- आईजी मेल्होत्रा (कांग्रेस)
1977- ठाकुर बलदेव सिंह (निर्दलीीय)
1980-गिरधारी लाल डोगरा (कांग्रेस आई)
1984- जनक राज गुप्ता (कांग्रेस)
1989- जनक राज गुप्ता (कांग्रेस)
1996- मंगत राम शर्मा (कांग्रेस)
1998- विष्णु दत्त (BJP)
1999- विष्णु दत्त (BJP)
2002 उपचुनाव- तालिब हुसैन (एनसी)
2004- मदन लाल शर्मा (कांग्रेस)
2009- मदन लाल शर्मा (कांग्रेस)
2014- जुगल किशोर (BJP)
2019- जुगल किशोर (BJP)
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