बिहार के अररिया से सहारनपुर के देवबंद ले जाए जा रहे राम नगरी कुल 90 से अधिक बच्चों का अयोध्या से रेस्क्यू किया गया है. इन बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा देवकली चौराहे के पास एक बस से रेस्क्यू किया गया है. सभी बच्चों की उम्र 4 से 12 वर्ष के बीच बताई गई है.
जानकारी में के अनुसार सभी बच्चों को बड़ी दयनीय स्थिति में रखा गया था उन्हें बस में जानवरों की तरह ठूसा गया था. बताया जा रहा है कि सभी बच्चे गरीब परिवार से हैं. चाइल्ड वेलफेयर एसोसिएशन की माने तो इन बच्चों में से कई के फर्जी आधार कार्ड भी हो सकते हैं. बस में मौजूद ड्राइवर और मौलवियों से इंटेलिजेंस और अयोध्या पुलिस पूछताछ कर रही है. इस मामले में बड़ी साजिश होने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में इस मामले में हर एंगल से जांच की जाएगी.
अयोध्या बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार सुबह यूपी बाल आयोग की सदस्य सुचित्रा चतुर्वेदी से सूचना मिलने के बाद सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने बच्चों को बचाया.
सर्वेश अवस्थी ने बताया जो लोग बच्चों को लेकर आए उनके पास अभिभावकों का कोई सहमति पत्र नहीं था. अधिकांश बच्चों को नहीं पता कि उन्हें कहाँ ले जाया जा रहा है. अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा है और उनके आने पर बच्चों को सौंप दिया जाएगा.
इससे पहले, बिहार से विभिन्न राज्यों के मदरसों में भेजे जा रहे बच्चों के एक समूह को उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग ने गोरखपुर में बचाया था.
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