भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार से मालदीव की हालत खराब हो गई है. मालदीव के पर्यटन मंत्री ने भारतीय पर्यटकों को फिर से अपने देश में घूमने आने के लिए निवेदन किया है. इतना ही नहीं उन्होंने भारत और मालदीव के ऐतिहासिक संबंधों पर भी जोर देकर भारतीय पर्यटकों से अपनी अर्थव्यवस्था में सहयोग देने की बात कही है.
मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने अपने देश की खराब होती अर्थव्यवस्था को देखते हुए भारतीयों से मालदीव आने की अपील करते हुए कहा कि मालदीव की नवनिर्वाचित सरकार भारत के साथ काम करना चाहती है. उन्होंने कहा कि हम सदैव शांति और मैत्रीपूर्ण वातावरण रखना चाहते है. मालदीव सरकार और हमारे लोग भारतीय पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री होने के नाते मैं भारतीयों से कहना चाहता हूं कि हमारी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्भर है ऐसे में हमारे पर्यटन का हिस्सा बने.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पिछले साल की तुलना में इस साल शुरुआती 4 महीने में मालदीव में भारत से जाने वाले पर्यटकों की संख्या में 42 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है.
क्यों किया था भारतीय नें मालदीव का बहिष्कार
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 जनवरी को लक्षद्वीप के पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से लक्षद्वीप की कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे. जिसके बाद से मालदीव के 3 मंत्रियों ने पीएम के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और इसी के बाद से भारतीयों ने मालदीव का बहिष्कार करना शुरू कर दिया था.
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