चीन से दोस्ती बढ़ने के बाद से नेपाल ने भारत विरोधी कृत्य में बढ़ोतरी कर दी है. नेपाल ने हाल ही में अपने 100 रुपये के नए नोट पर भारत के इलाके को अपने नक्शे में दिखाया है. जिसके बाद से विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस नोट के आने के बाद से भारत ने इसपर कड़ा रुख अपनाया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए नेपाल से माफी मांगने को कहा है.
नेपाल के 100 रूपये के नोट पर छापे गए नक्शे में भारत के इलाके जैसे कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाल के इलाके के तौर पर दर्शाया गया है. बता दें कि इससे पहले साल 2020 में भी चीन के करीबी माने जाने वाले केपी शर्मा ओली ने नेपाल की संसद में इस तरह का नक्शा पारित किया था. हालांकि भारत ने उस दौरान इसका विरोध कर इसको निरस्त कर दिया था.
वहीं इस बार फिर से भारतीय इलाकों को नेपाल ने अपने नक्शे में दर्शाया है जिसके बाद से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कड़ा रुख अपनाते हुए नेपाली विदेश मंत्री नाराणय काजी श्रेष्ठ को इस तरह से फैलाए गए भ्रम को लेकर माफी मांगने को कहा है. वहीं इस पर नेपाली विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल सीमा विवाद के विषय को राजनयिक रास्ते से सुलझाने की सोच रखता है. नेपाल सरकार इस विषय पर भारत से बात करना चाहती है.
यह भी पढ़ें-अल्पमत के बावजूद भी हरिणाया में नहीं गिरेगी बीजेपी सरकार, ये है वजह
कमेंट