इससे पहले कि कांग्रेस पार्टी ‘विरासत कर’ विवाद की आग को बुझा पाती, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बोलकर एक बार फिर आग भड़का दी है. दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने भारत में विविधता पर बयान दिया है.
सैम पित्रोदा का ये वीडियो ‘द स्टेट्समैन’ को दिए एक साक्षात्कार का है जिसमें उन्होंने भारत में लोकतंत्र पर विविधता पर बोलतो हुए कहा, “भारत विविधतापूर्ण देश है, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और शायद दक्षिण के लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोग विभिन्न भाषाओं, धर्म, भोजन और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होते हैं. उन्होंने कहा, “यह वह भारत है जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए जगह है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है.”
‘विरासत कर’ वाला विवादित बयान
बता दें कि इससे पहले, पित्रोदा ने अमेरिका में प्रचलित विरासत कर की अवधारणा के बारे में बोलते हुए विवाद खड़ा कर दिया था और कहा था कि ये “अमेरिका में, विरासत कर है. यदि किसी के पास 100 मिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 प्रतिशत अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55 प्रतिशत सरकार द्वारा हड़प लिया जाता है. पित्रोदा ने इस कानून को दिलचस्प बताया था.
पित्रोदा ने कहा था, “आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है.”
टिप्पणियों के विवाद में घिरने के बाद पित्रोदा ने इस मुद्दे को कमतर करने की कोशिश करते हुए कहा कि उन्होंने उदाहरण के तौर पर केवल अमेरिका में विरासत कर का हवाला दिया था.
हालाँकि, कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को यह कहते हुए अलग कर लिया कि वे हर समय पार्टी के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं.
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