राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने देश में आतंकी नेटवर्क पर अपनी व्यापक कार्रवाई जारी रखते हुए गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम) के सदस्यों की चार संपत्तियों को जब्त किया. यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादी संगठन के एक शीर्ष आतंकवादी की छह अचल संपत्तियों को जब्त करने के एक दिन बाद हुई है.
एनआईए की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार गुरुवार को कुर्क की गई चार संपत्तियां जांच के अनुसार आतंकवाद से प्राप्त आय से तैयार की गई थीं. इनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए किया गया था. संपत्ति आरोपित मोहम्मद आलम भट, मोहम्मद यूसुफ ख्वाजा, शब्बीर अहमद गखड, जाकिर हुसैन मीर से जुड़ी हैं. सभी पाकिस्तान स्थित हिज्ब उल के हैंडलर्स, ऑपरेटिव और कमांडरों से जुड़े हुए हैं.
एनआईए की जांच से पता चला है कि चारों लोग हथियारों, गोला-बारूद और नशीले पदार्थों की अवैध आपूर्ति में शामिल थे. वे कश्मीर में आतंकवाद को फैलाने और मजबूत करने में सक्रिय रूप से लगे हुए थे. यूए(पी) अधिनियम के तहत कुर्क की गई चार संपत्तियों में दो अचल संपत्तियां शामिल हैं, जिनमें कुपवाड़ा के करनाह इलाके में आलम भट और मोहम्मद यूसुफ ख्वाजा का एक-एक घर भी शामिल है. टाटा सूमो वाहनों के रूप में दो चल संपत्तियां भी कुर्क की गई हैं.
एनआईए की जांच के अनुसार आलम भट और मोहम्मद यूसुफ ख्वाजा के घरों का इस्तेमाल हथियारों और गोला-बारूद के भंडारण और छुपाने के लिए आश्रय/गोदाम के रूप में और आतंकवादियों को शरण देने के लिए भी किया जाता था. दोनों वाहनों का इस्तेमाल हथियारों और गोला-बारूद के परिवहन के लिए एक सुरक्षित साधन के रूप में किया गया था. एनआईए ने पीओके से भारत में हथियारों, गोला-बारूद और नशीले पदार्थों की आपूर्ति के लिए एचएम सदस्यों के खिलाफ फरवरी 2019 में यह मामला दर्ज किया था. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
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हिन्दुस्थान समाचार
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