कांग्रेस इन दिनों मुश्किल भरे समय से गुजर रही है. कांग्रेस के नेता विवादित बयानों से पार्टी की मुश्किलों को बढ़ा रहे हैं. अब चुनाव आयोग ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव में बाधा डालने के लिए फटकार लगाई है.
आयोग ने खड़गे बयानों को चुनाव संचालन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर आक्रामकता करार दिया. दरअसल 7 मई को खड़गे ने इंडी गठबंधन के नेताओं को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए मतदान के आंकड़ों पर सवाल उठाए थे. उन्होंने धांधली का आरोप लगाया था. साथ ही इंडी गठबंधन के नेताओं से धांधली के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की थी.
इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान से जुड़ा डेटा जारी करने के संबंध में कांग्रेस के आरोप निराधार हैं. आयोग ने कहा कि इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों में भ्रम पैदा होता है मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. आयोग ने कहा कि राज्यों में बड़ी चुनाव मशीनरी इससे हतोत्साहित भी हो सकती है. आयोग ने स्पष्ट किया कि मतदान के आंकड़े जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार हो रही है.
ईसी ने सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से चुनाव प्रक्रिया की गरिमा को बनाए रखने और निष्पक्षता के साथ चुनाव लड़ने की अपील की. आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी तरह की बाधा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
दरअसल लोकसभा चुनाव के दो चरणों के वोटिंग प्रतिशत और डाटा साझा करने में हुई देरी पर विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही हैं. बता दें कि पहले दो चरणों में मतदान प्रतिशत कम रहा. हालांकि चुनाव आयोग ने मतदान के कई घंटे बाद मतदान प्रतिशत के नए आंकड़े जारी किए, जिसमें मतदान प्रतिशत में 5-6 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली. इस पर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाया कि आंकड़े जारी करने में इतनी देरी क्यों लगी? साथ ही विपक्ष ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया.
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