लोकसभा चुनाव के लिए वोट करने पहुंचे पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल प्रदीप वसंत नाईक ने बताया कि उनकी पत्नी का नाम मतदाता सूची में नहीं है जिस कारण वह मतदान नहीं कर पाईं. उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए जांच की मांग की.
दरअसल 75 वर्षीय प्रदीप नाईक अपनी पत्नी और बेटे (43 वर्ष आयू) के साथ मतदान करने के लिए सोमवार सुबह पुणे के सैंपलिंग स्कूल बोनर रोड स्थित मतदान केंद्र 26 पर वोट करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग किया लेकिन पूर्व वायुसेना प्रमुख और उनके बेटे ही इस अधिकार का प्रयोग कर सकें जबकि उनकी पत्नी का नाम वोटर लिस्ट में नहीं था.
पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल प्रदीप वसंत नाईक ने कहा, “केवल मैं और मेरा बेटा ही मतदान का प्रयोग कर सके, जबकि मेरी पत्नी का नाम मतदाता सूची से गायब मिला. जब हमने वहां अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि वह इसमें कुछ नहीं कर सकते.”
नाईक ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “सूची में कई लोगों के नाम हटा दिए गए हैं. यह पता लगाया जाना चाहिए कि नाम क्यों हटाए जा रहे हैं? जब हम मतदान केंद्र पर पहुंचे तो हमारे पास स्थानीय पार्षद द्वारा दी गई आवश्यक पर्चियां थीं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि मेरी पत्नी का नाम सूची में नहीं था.”
बता दें कि पुणे के सांसद गिरीश बापट की मृत्यु के बाद भाजपा ने पुणे लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मेयर मुरलीधर मोहोल को चुनाव मैदान में उतारा है. उनके विरुद्ध कांग्रेस ने रवींद्र धांगेकर को खड़ा किया है. धांगेकर ने पिछले साल कसबा विधानसभा उप चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को हराया था.
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