मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार (16 मई) को 56वें दिन भी जारी रहा. एएसआई के 12 अधिकारियों की टीम 41 श्रमिकों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई. यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब साढ़े आठ घंटे काम किया. सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे.
ज्ञानवापी की तर्ज पर जारी एएसआई सर्वे के 56वें दिन भोजशाला के गर्भगृह में 15 फीट गहराई तक दो दीवारें नजर आईं. ऐसे में यहां तलघर या अन्य कोई प्राचीन संरचना मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस दीवार तक पहुंचने के लिए अब एएसआई ने वहां गहराई तक खुदाई का निर्णय लिया है. समझा जा रहा है कि दीवारों पर ऐसी आकृतियां अथवा चिह्न भी हो सकते हैं, जो भोजशाला का सच सामने लाने में सहायक हो सकते हैं. यहां एक-दो दिन में खुदाई कराई जाएगी.
वहीं, भोजशाला के उत्तरी भाग में खुदाई के दौरान गुरुवार को एक पत्थर हटाए जाने पर वहां लोहे की तलवार मिली है. जंग लगी हुई तलवार को वैज्ञानिक परीक्षण के लिए सुरक्षित कर लिया गया है. गुरुवार को भोजशाला के गर्भगृह के निकट जिस स्थान पर गत दिनों से खुदाई चल रही थी, वह जारी रही. इसके अलावा एएसआई टीम द्वारा फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी की गई है और अवशेषों की नंबरिंग भी की जा रही है.
सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला के भीतर खोदाई में लगभग 15 फीट गहराई दो दीवारें दिखाई दी हैं. भोजशाला में मिली लोहे की तलवार कितनी पुरानी है, इसके लिए विशेषज्ञ द्वारा काम किया जाएगा. हमारे दावे के अनुरूप पुरावशेष मिल रहे हैं.
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हिन्दुस्थान समाचार
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