अमेरिका में निर्वाचित पदों पर भारतवंशियों को अधिक प्रतिनिधत्व मिलना चाहिए. यह मांग करते हुए अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या उनकी बढ़ती आबादी को नहीं दर्शाती है. उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा भारतवंशियों को राजनीति में सक्रिय होना चाहिए. कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के थिंक टैंक इंडियन अमेरिकन इंपैक्ट के वार्षिक सम्मेलन में यह बात कही. यह संगठन देश भर में निर्वाचित पदों के लिए चुनाव में उतरने वाले भारतीय अमेरिकियों को समर्थन और धन मुहैया कराता है.
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारतवंशियों से खचाखच भरे कक्ष में कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक चुनाव प्रक्रिया में शामिल हुए. लेकिन फिर भी यह संख्या उनकी बढ़ती जनसंख्या के सही अनुपात को नहीं दर्शाती. वर्तमान में अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के पांच निर्वाचित सदस्य हैं, जिसमें डा. अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार शामिल हैं.
अमेरिकन इंपैक्ट का मानना था कि 2024 में अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी. राष्ट्रपति पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा के संबंध में इंडियन अमेरिकन इंपैक्ट का कहना है कि अमेरिका में भारतवंशी चुनाव परिणाम को भी प्रभावित कर सकते हैं. यह दूसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय है और देश के कई राज्यों में इनकी जनसंख्या लगातार बढ़ रही है.
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हिन्दुस्थान समाचार
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