वर्ष 2021 के चुनावी हिंसा की जांच के सिलसिले में केंद्रीय एजेंसी सीबीआई के अधिकारी शुक्रवार सुबह पूर्व मेदिनीपुर जिले में तृणमूल नेताओं के घर पर पहुंचे. सीबीआई ने 30 तृणमूल नेताओं को नोटिस भेजकर पेश होने का निर्देश दिया था लेकिन चुनाव प्रचार का हवाला देकर कोई भी सीबीआई दफ्तर नहीं पहुंचा. इसके बाद शुक्रवार को जांचकर्ता कई नेताओं के घर पहुंचे.
दरअसल, वर्ष 2021 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेता की हत्या के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने कांथी 3 नंबर पंचायत समिति के अध्यक्ष विकास बेज समेत 30 तृणमूल नेताओं को नोटिस भेजकर पेश होने का आदेश दिया था. वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान इलाके के भाजपा नेता जन्मेजय दलुई पर तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष नंदा माइति को ले जाकर पीटने का आरोप लगा था. मतदान के बाद तृणमूल कांग्रेस पर भाजपा कार्यकर्ता जन्मेंजॉय दलुई की पिटाई का आरोप लगा था. बाद में पुलिस ने खाली मैदान से उक्त भाजपा कार्यकर्ता का शव बरामद किया था.
मृतक के परिवार और पार्टी ने आरोप लगाया था कि स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने इस हत्या को अंजाम दिया है. मृत भाजपा कार्यकर्ता के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की थी. बाद में जांच सीबीआई को सौंप दी गई. मामले की जांच के लिए सीबीआई ने दो चरणों में कुल 30 तृणमूल नेताओं को तलब किया था. सुबह केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने तृणमूल नेताओं के घर समेत कई जगहों पर घुसकर उनसे पूछताछ की. जांचकर्ताओं ने सुबह 6 बजे से मरिशदार के सिजुआ गांव में केंद्रीय बलों के साथ तृणमूल नेता के घर को घेर लिया. फिर वे घर में घुस गये और पूछताछ शुरू कर दी.
हालांकि, इस मामले में कई तृणमूल नेताओं का नाम आया था, लेकिन सीबीआई ने दो तृणमूल नेताओं के घर पर छापेमारी की. सीबीआई मरिसदा थाना क्षेत्र के भजाचौली के सिजुआ गांव में नंदूलाल माइती के घर गई. वे नंददुलाल माइति के बेटे बुद्धदेव माइती की खोजबीन करने लगे. सीबीआई नंद माइती और उनकी पत्नी का वोटर कार्ड, आधार कार्ड देखना चाहती थी. इसके अलावा, सीबीआई तृणमूल नेता देबब्रत पांडा के घर पर भी नजर आई. इसके साथ ही सीबीआई की टीम आईएनटीटीयूसी के जिला अध्यक्ष विकास बेज के घर भी गई, लेकिन वहां ताला लगा हुआ था.
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हिन्दुस्थान समाचार
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