उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर सोमवार को पोलिंग होगी. पांचवें चरण की 14 सीटों में मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोण्डा शामिल है. पांचवें चरण की 14 सीटों पर कुल 144 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं, लखनऊ पूर्व विधानसभा की रिक्त सीट के लिए भी मतदान सोमवार को होगा. पांचवें चरण की 14 सीटों पर 2.5 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं.
पांचवें चरण की 14 सीटों में से 10 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं और चार सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. इनमें से 13 सीटें अभी भाजपा के पास हैं जबकि एकमात्र रायबरेली सीट कांग्रेस के पास है. पांचवें चरण में मुख्य रूप से लखनऊ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रायबरेली से कांग्रेस के राहुल गांधी व भाजपा से योगी सरकार के उद्यान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह, अमेठी से स्मृति ईरानी, मोहनलालगंज से केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर, फैजाबाद सीट से भाजपा के लल्लू सिंह व सपा से नौ बार के विधायक अवधेश प्रसाद चुनाव मैदान में हैं.
कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह, फतेहपुर से केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, सपा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व झांसी सीट से कांग्रेस के प्रदीप जैन आदित्य मुख्य रूप से लड़ रहे हैं. भाजपा ने 12 सीटों पर प्रत्याशी रिपीट किये हैं. दो सीटों बाराबंकी सुरक्षित और कैसरगंज में नए प्रत्याशी मैदान में हैं.
बीती 13 मई को प्रदेश में चौथे चरण में वोटिंग प्रतिशत 58.22 रहा. एनडीए, इंडिया ब्लॉक और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा अपने उम्मीदवार मैदान में उतारने से त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. भाजपा इस चरण में क्लीन स्वीप के साथ 12 सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाना चाहेगी.
लोस चुनाव पांचवें चरण से जुड़ी अहम जानकारियां
इस चरण में जिन सीटों पर चुनाव होगा, उनमें 2019 में रायबरेली छोड़कर बाकी सभी सीटें भाजपा ने जीती थी.
मोहनलालगंज सुरक्षित सीट पर भाजपा के कौशल किशोर, सपा से आर. के. चौधरी और बसपा से राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान प्रत्याशी हैं.
लखनऊ में भाजपा ने मोदी सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं, बसपा ने मोहम्मद सरवर मलिक और सपा ने लखनऊ पश्चिम से मौजूदा विधायक रविदास मेहरोत्रा को उम्मीदवार बनाया है.
रायबरेली से भाजपा ने योगी सरकार के उद्यान राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह को चुनावी अखाड़े में उतारा है. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से है. बसपा ने ठाकुर प्रसाद यादव पर दांव लगाया है. सबसे दिलचस्प मुकाबला इस सीट पर देखने का मिल रह है.
अमेठी सीट से मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल को टिकट दिया है. वहीं बसपा से नन्हे सिंह चौहान चुनौती दे रहे हैं. 2019 में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को शिकस्त दी थी, इस बार राहुल रायबरेली से चुनावी मैदान में हैं.
जालौन सीट से भाजपा की ओर से मोदी सरकार के मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा चुनाव अखाड़े में हैं. सपा से नारायण दास अहिरवार और बसपा से सुरेश चन्द्र गौतम चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं.
झांसी संसदीय सीट से भाजपा ने अनुराग शर्मा पर दांव लगाया है. कांग्रेस से पूर्व सांसद प्रदीप जैन ‘आदित्य’ और बसपा से रवि प्रकाश मैदान में हैं.
हमीरपुर से भाजपा ने कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल पर तीसरी बार भरोसा जताया है. सपा ने अजेन्द्र सिंह लोधी और बसपा ने निर्दोष कुमार दीक्षित पर दांव लगाया है.
बांदा से भाजपा ने दूसरी बार आर.के. सिंह पटेल पर दांव लगाया है. सपा से कृष्णा देवी शिवशंकर पटेल और बसपा से मयंक द्विवेदी चुनाव मैदान में उतरे हैं.
फतेहपुर से मोदी सरकार की मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति तीसरी बार चुनाव मैदान में चुनौती देने उतरी हैं. उनका मुकाबला सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश चन्द्र उत्तम पटेल और बसपा के मनीष सिंह सचान से है.
कौशाम्बी सीट से भाजपा की टिकट पर तीसरी बार विनोद कुमार सोनकर चुनाव मैदान में हैं. सपा ने पुष्पेन्द्र सरोज और बसपा ने शुभ नारायण पर भरोसा जताया है.
बाराबंकी सीट से भाजपा ने इस बार नए चेहरे राजरानी रावत पर दांव लगाया है. कांग्रेस से तनुज पुनिया और बसपा से शिव कुमार दोहरे चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं.
फैजाबाद से मौजूदा सांसद लल्लू सिंह तीसरी बार भाजपा की टिकट पर मैदान में हैं. उनका मुकाबला पूर्व मंत्री सपा प्रत्याशी अवद्येश प्रसाद और बसपा के सच्चिदानन्द पाण्डेय से है.
कैसरगंज के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के स्थान पर इस बार भाजपा ने उनके पुत्र करण भूषण सिंह को मैदान में उतारा है. भाजपा प्रत्याशी को बसपा की ओर से नरेन्द्र पाण्डेय और सपा की तरफ से भगत राम चुनौती दे रहे हैं.
गोण्डा संसदीय सीट पर भाजपा ने तीसरी बार कीर्तिवर्धन सिंह पर विश्वास व्यक्त किया है. सपा ने अवध क्षेत्र की इस सीट पर वरिष्ठ समाजवादी नेता स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं बसपा की ओर से सौरभ चुनाव मैदान में हैं.
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हिन्दुस्थान समाचार
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