पोर्श कार क्रैश मामले में पुणे पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. इस मामले अब पुलिस ने अब उन डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है जो आरोपी नाबालिग के नमूनों की जांच कर रहे थे.
दरअसल, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने खून के नमूनों में हेराफेरी की, जिससे आरोपी नाबालिग को बचाया जा सके. पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि अभी भी कार्रवाई जारी है.
सबूतों को नष्ट करने के आरोप
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने बताया कि आरोपी नाबालिग की दो बार एल्कोहॉल ब्लड टेस्ट कराई गई. इसमें से पहले सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन दूसरे टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. दूसरे टेस्ट में आरोपी के ब्लड में एल्कोहॉल मिला था. पुलिस द्वारा दी गई दानकारी के अनुसार आरोपी नाबालिग की रिपोर्ट किसी अन्य शख्स की रिपोर्ट से बदली गई, जिसने शराब नहीं पी थी.
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख भी शामिल हैं. अधिकारी की ओर से मिली जानकारी के अनुसार जिन लोगों को पकड़ा गया है उनकी पहचान डॉ अजय तावरे और श्री हरि हरनोर हैं. इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है.
दो लोगों की गई थी जान
बता दें कि 19 मई 2024 की सुबह नाबालिग द्वारा चलाई जा रही तेज रफ्तार पोर्श की चपेट में आने से दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी. पुलिस का दावा है कि हादसे के वक्त आरोपी नाबालिग नशे में था.
आरोपी नाबालिग को शुरू में किशोर न्याय बोर्ड ने जमानत दे दी थी, जिसने उसे सड़क दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखने के लिए भी कहा था, लेकिन पुलिस की ओर से कोर्ट के नरम व्यवहार के खिलाफ अर्जी और समीक्षा आवेदन के बाद, उसे 5 जून तक एक बाल सुधार गृह में भेज दिया गया.
पुलिस ने आरोपी दादा को गिरफ्तार किया
आपको बता दें कि इससे पहले पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार (25 मई) को आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. आरोपी के दादा के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 और 368 के तहत एक अलग FIR दर्ज की गई है. दरअसल, आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल पर ड्राइवर को धमकाने का आरोप लगा है. वह 28 मई तक पुलिस कस्टडी में है
तो वहीं पिता विशाल अग्रवाल को पुलिस ने बेटे को बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने की अनुमति देने के आरोप में 21 मई को ही गिरफ्तार कर लिया था. वह 7 जून तक न्यायिक हिरासत में है. आपको बता दें कि इस मामले अब तक 9 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
कमेंट