राजकोट। गुजरात के राजकोट के कालावाड रोड पर स्थित टीआरपी गेम जोन हादसे में 28 लोगों की मौत के बाद प्रशासन का डंडा चला है। दो पुलिसकर्मियों समेत कुल सात अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद सख्त कार्रवाई का पहले ही संकेत दे दिया था। इससे पहले गेम जोन के संचालकों समेत छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
राजकोट गेम जोन हादसे पर राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। घटना के लिए जिम्मेदार राजकोट महानगर पालिका (आरएमसी) के असिस्टेंट टाउन प्लानर गौतम डी जोशी, असिस्टेंट इंजीनियर जयदीप चौधरी, डिप्टी कार्यपालक इंजीनियर पारस एम कोठिया, राजकोट महानगर पालिका के फायर एंड इमरजेंसी सर्विसिस के स्टेशन ऑफिसर रोहित विगोरा, आर एंड बी विभाग के डिप्टी इंजीनियर एमआर सुमा को निलंबित किया गया है। इसके अलावा पुलिस विभाग के दो सीनियर पीआई एन आई राठौड़ और राजकोट तहसील पुलिस वी आर पटेल को निलंबित कर दिया गया है। रविवार रात मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर में अधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग की थी। इसके बाद ही निलंबन की कार्रवाई का खाका तैयार किया गया।
बताया गया है कि गेम जोन के संचालकों की ओर से रेस-वे इन्टरटेनमेंट एम्यूजमेंट पार्क को शुरू करने के लिए महानगर पालिका के पास बुकिंग लाइसेंस देने के लिए आवेदन किया गया था। इसमें प्लान के अनुसार स्थल पर जाकर मुआयना करने के विभागीय अधिकारी के आदेश के बावजूद निरीक्षण नहीं किया गया। खुले प्लॉट का नक्श पेश होने के बावजूद कागजी कार्रवाई कर प्रथमद्रष्टया लापरवाही बरती गई। इसी तरह पुलिस विभाग में भी गेम जोन संचालकों ने बुकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। संबंधित थाने में इसकी इन्क्वॉयरी आई तो बिना फायर एनओसी की चर्चा किए ही सकारात्मक अभिप्राय के साथ आवेदन आगे भेज दिया गया। यह भी पहली नजर में लापरवाही का मामला बनता है।
हिन्दुस्थान समाचार
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