दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच जल संकट को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने पीने के पानी की आपूर्ति दिन में केवल एक बार करने की घोषणा की है. इसके साथ ही सरकार ने पानी की बर्बादी करने वालों पर चालान करने की चेतावनी दी है.
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने मंगलवार (28 मई) को एक संवाददाता सम्मेलन में हरियाणा पर एक मई से दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की सप्लाई यमुना पर निर्भर करती है. यह पानी हरियाणा द्वारा छोड़ा जाता है लेकिन मई महीने में हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी छोड़ना बंद कर दिया है. ऐसे में यमुना का जलस्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब हरियाणा की तरफ से दिल्ली के हिस्से का पर्याप्त पानी नहीं छोड़ा जाता तब जल प्रशोधन संयंत्र में पानी की कमी हो जाती है और पानी की क़िल्लत का सामना करना पड़ता है.
आतिशी ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में पानी की आपूर्ति को तर्कसंगत बनाने सहित कई उपाय लागू करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में दिल्ली के कई इलाकों में पानी का संकट रहा है. हमने कई कदम उठाए हैं लेकिन पानी का स्तर लगातार घट रहा है, इसलिए हमें और कदम उठाने होंगे. जिन इलाकों में दो बार पानी आता है, वहां एक बार पानी आएगा.
मंत्री ने सभी दिल्लीवासियों से अपील करते हुए कहा कि चाहे आपके इलाके में पानी की कमी हो या नहीं, पानी की आपूर्ति का तर्कसंगत उपयोग करें. जिन्हें पर्याप्त पानी मिल रहा है, उन्हें इसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए. सभी अपनी कारों को खुली पाइपों में न धोएं. इसके साथ ही आतिशी ने राजधानी के निवासियों को चेतावनी दी है कि पानी बर्बाद करने पर भारी जुर्माना लगेगा. उन्होंने कहा कि अगर यह सार्वजनिक अपील प्रभावी नहीं होती है, तो हमें पानी के अत्यधिक उपयोग पर जुर्माना लगाना पड़ सकता है. लोग यह सुनिश्चित करें कि पानी की मोटरों के कारण पानी बर्बाद न हो.
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हिन्दुस्थान समाचार
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