भारतीय सेना का लोहा पूरी दुनिया मानती है. पूरी दुनिया भारत के इन वीरों की तारीफ करती है. इसी कड़ी में अब संयुक्त राष्ट्र में भारत की सैन्य अधिकारी राधिका सेन को अपने प्रतिष्ठित सैन्य जेंडर एडवोकेट अवार्ड से सम्मानित करने जा रहा है.
राधिका सेन वही भारतीय सैन्य अधिकारी हैं जो कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन को अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. शांति सैनिक के तौर पर राधिका की बहादुरी से ही प्रभावित हो कर यूएन ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है. इस घोषणा के साथ ही यूएन के प्रमुख एंतोनियो गुतेरस ने मेजर राधिका सेन को एक वास्तविक नेतृत्व वाली सैनिक तथा दूसरों के लिए आदर्श बताते हुए उनकी प्रशंसा की है.
मेजर राधिका सेन इस घोषणा के बाद बेहद प्रसन्न और उत्साहित हैं. तो वहीं हिमाचल की बेटी की इस उपलब्धि के लिए पूरा हिमाचल गर्व महसूस कर रहा है. चारो तरफ सेन की ही चर्चा हो रही है.
आपको बता दें कि भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन बीते वर्ष शांति मिशन के लिए कांगो भेजी गई थी. इस फोर्स में राधिका सेन भी शामिल थीं. एक साल बाद अप्रैल में उनका कार्यकाल पूरा हो गया और यून ने उन्हें सम्मानित करने की घोषणा की है. इससे पहले साल 2019 में सुमन गवानी को सम्मानित किया गया था. सुमन ने दक्षिणी सुडान में अपनी सेवाएं दी थी.
कौन है राधिका सेन?
बात करें राधिका सेन की तो उनका जन्म 1993 में हिमाचल प्रदेश में हुआ था. अब से 8 साल पहले वह भारतीय सेना में भर्ती हुई थीं. उन्होंने स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद बायोटेक विषय लेकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उसके बाद उन्होंने मुंबई आईआईटी से परास्नातक की डिग्री ली. फिर पढ़ाई पूरी करके वह सशस्त्र बल में भर्ती होकर देश सेवा के लिए समर्पित हो गई.
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