प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट है. साल 1952 से लेकर साल 2024 तक के लोकसभा चुनाव में यह पांचवी बार होगा कि वाराणसी सीट से महज 7 प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में हैं. सबसे अधिक साल 1996 में वाराणसी की लोकसभा सीट पर कुल 47 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. इस चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार शंकर प्रसाद जायसवाल विजयी हुए थे. बता दें, 1957 के चुनाव में वाराणसी के चुनाव मैदान में 4 प्रत्याशी थे.
1952 से लेकर 2019 तक 301 प्रत्याशी मैदान में
पिछले 67 वर्षों में वाराणसी सीट से कुल 301 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे. अगर आंकड़ों की बात करें तो साल 1952 में 05 प्रत्याशी, 1957 में 04 प्रत्यशी, 1962 में 06 प्रत्याशी, 1967 में 05 प्रत्याशी, 1971 में 14 प्रत्याशी, 1977 में 11 प्रत्याशी, 1980 में 22 प्रत्याशी, 1984 में 19 प्रत्याशी, 1989 में 18 प्रत्याशी, 1991 में 24 प्रत्याशी, 1996 में 47 प्रत्याशी, 1998 में 13 प्रत्याशी, 1999 में 12 प्रत्याशी, 2004 में 18 प्रत्याशी, 2009 में 15 प्रत्याशी, 2014 में 42 प्रत्याशी और 2019 में 26 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था.
2024 के चुनाव में 7 प्रत्याशी
18वीं लोकसभा के चुनाव में 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें भाजपा से नरेंद्र मोदी, इंडिया गठबंधन से अजय राय, बहुजन समाज पार्टी से अतहर जमाल लारी, अपना दल (कमेरावादी) से गगन प्रकाश यादव, युग तुलसी पार्टी से कोली शेट्टी शिवकुमार, निर्दल प्रत्याशी से संजय कुमार तिवारी और दिनेश कुमार यादव चुनावी मैदान में हैं.
गौरतलब है कि, अब चुनाव के लिए ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता है. ईवीएम के एक बैलेट यूनिट में कुल 16 बटन होते हैं. इसमें 15 प्रत्याशियों के लिए और एक नोटा का बटन होता है. अगर 15 से अधिक उम्मीदवार होते हैं तो डबल बैलेट यूनिट का प्रयोग किया जाता है.
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हिन्दुस्थान समाचार
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