देश के कई राज्यों में घटित लव जिहाद में हत्या की घटनाओं के बाद जयपुर शहर में अभी ताजा चल रहे लव जिहाद के मामले में थाने में परिजनों की एफआईआर दर्ज नहीं करने के बाद परिजनों के साथ पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार से कई संगठन मिलने पहुंचे और कार्रवाई करने की मांग की. लेकिन पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम ने एफआईआर दर्ज के आदेश से मना कर दिया. इसके बाद संगठनो के पदाधिकारी और वकील भड़क गये कि परिवादी फिर कहां जाएगा. यदि पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम भी किसी की नहीं सुनेगा तो दुखी व्यक्ति कहां जाएगा.
फाइट फॉर राइट के अध्यक्ष सुनील उदेईया, परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी, विप्र महासभा के प्रदेश अध्यक्ष योगेन्द्र भारद्वाज, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज थोई, डिस्ट्रीक बार के पूर्व अध्यक्ष विवेक शर्मा, डिस्ट्रीक बार के सचिव अखिलेश जोशी, एडवोकेट महावीर शर्मा, एडवोकेट कमल कांत शर्मा, हिंदू जागरण मंच के रवि गौतम, अपराजित महिला संगठन की अध्यक्ष हर्षिता शर्मा, ब्राह्मण महासंघ की महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष श्वेता शर्मा, वीणा शर्मा सहित सैंकड़ो लोग पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम कार्यालय में ही बैठ गये. इसके बाद विधायक गोपाल शर्मा और उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद डीसीपी ने एफआईआर दर्ज के आदेश दिये.
फाइट फॉर राइट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील उदेईया और अन्य सभी संगठनों ने सरकार से मांग की है कि अंतरधार्मिक-विवाहों पर रोक लगाने का क़ानून बनाये. इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है साथ ही भोली-भाली बच्चियों के साथ अप्रिय घटनाएं बढ़ रही और हत्या कर सूटकेस व फ्रिज में डालने जैसी घटनाएं हो रही है. मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश में उच्च न्यायालय ने भी इस संबंध में ऐसी शादियों को अवैध घोषित करने के आदेश दिये है. इस संबंध में सरकार और प्रशासन ने यदि कड़े कदम नहीं उठाये तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा.
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हिन्दुस्थान समाचार
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