शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने खडूर साहिब से सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह की हिरासत एक साल के लिए बढ़ाए जाने का विरोध किया है. बादल ने पंजाब सरकार के इस कदम को संविधान तथा मूलभूत मानवाधिकारों एवं नागरिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन बताया.
दरअसल, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम के डिब्रूगड़ जेल में बंद कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल की हिरासत 23 अप्रैल, 2024 के लिए एक साल के लिए बढ़ा दी गई है. वह अपने 9 साथियों के साथ यहां जेल में बंद है.
अमृतपाल सिंह की हिरासत बढ़ाए जाने का सुखबीर सिंह बादल ने विरोध जताते हुए कहा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर दिल्ली के इशारे पर नाचने का आरोप लगाया. बादल ने कहा कि पंजाब सरकार के रिकॉर्ड स्पष्टत: बताते हैं कि इस मामले में एनएसए को बढ़ाने का फैसला भगवंत मान का है. बादल ने कहा कि भगवंत मान का पंजाब और सिख विरोधी चेहरा पूरी दुनिया के सामने आ गया है.
बादल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल राज्य में शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द के माहौल के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है और वह उसे बरकरार रखने के लिए बढ़-चढ़कर प्रयास करता रहेगा. बादल ने यूएपीए को काला कानून बताते हुए इसपर विरोध जताया.
बादल ने कहा कि अमृतपाल के साथ विचाधारा संबंधी मतभेद के बाद भी वह उसके या किसी अन्य के खिलाफ दमन और अन्याय का विरोध करेंगे, भले ही उसकी कोई भी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े. आपको बता दें कि हालही में बादल ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से यह मूल्यांकन करने की अपील की थी कि अमृतपाल को कहीं केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तो खड़ा नहीं किया गया है.
न सिर्फ शिरोमणि अकाली दल ने बलकि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी अमृतपाल की हिरासत बढ़ाए जाने का विरोध किया. और इसे मानवाधिकारल के विरुद्ध बताया. बता दें कि अमृतपाल ने खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ा कर जीत हासिल की थी. उसने कांग्रेस प्रत्याशी कुलबीर सिंह जीरा को 1,97,120 मतों से हराया था.
कमेंट