दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. ईडी के बाद अब CBI ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं हाईकोर्ट द्वारा केजरीवाल की जमानत याचिका रद्द करने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई लेकिन केजरीवाल ने अपनी याचिका वापस ले ली. केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले ने जमानत के आदेश में कई कमियां गिना दी हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल को सीबीआई ने भी गिरफ्तार कर लिया है. हम इस याचिका को वापस लेकर नई याचिका दाखिल करना चाहते हैं. उसमें सभी बातों का उल्लेख किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने सिंघवी को नई याचिका दायर करने की इजाजत दे दी है.
केजरीवाल को फंसाने की साजिश: AAP
CBI द्वारा केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और जांच एजेंसी पर हमला बोला है. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी केजरीवाल को फर्जी मामले में फंसाने के लिए सीबीआई के अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि हमें सूत्रों से पता चला है कि बीजेपी ने सीबीआई अधिकारियों के साथ मिलकर केजरीवाल को फंसाने की योजना बनाई है.
बता दें कि CBI और ED ने दिल्ली शराब नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर अगस्त 2022 में केस दर्ज किए थे. ED ने 21 मार्च को शराब नीति मामले में केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार किया था. उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ भेजा गया. 25 जून को तिहाड़ में केजरीवाल के 87 दिन पूरे हो गए हैं.
क्या है शराब घोटाला?
दरअसल 17 नवंबर 2021 को दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति लागू की थी. इसके तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया है और हर जोन में 27 शराब की दुकान खोलने का प्रावधान था. वहीं इसके जरिए शराब पूरा शराब कारोबार प्राईवेट सेक्टर के हाथ में दे दिया. सरकार का हस्तक्षेप पूरी तरह से खत्म हो गया. केजरीवाल सरकार का कहना था कि इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी. लेकिन दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने नई शराब नीति में एक रिपोर्ट के जरिए अनियमितताओं की बात कही. और दिल्ली के उप-राज्यपाल को रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद उप-राज्यपाल ने शराब नीति घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. जांच एजेंसियों का आरोप है कि मनीष सिसोदिया सहित दिल्ली के कई अफसरों ने साउथ के शराब डीलरों को लाइसेंस प्रक्रिया में अनुचित लाभ पहुंचाया और उस पैसे का प्रयोग गोवा विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए किया गया. जिसके बाद सीबीआई और ईडी ने मामला दर्ज किया था.
ये भी पढ़े- Parliament Session 2024 LIVE: ओम बिरला फिर चुने गए लोकसभा के स्पीकर, ध्वनिमत से हुआ फैसला
ये भी पढ़े- अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू, लोगों की उमड़ी भीड़
कमेंट