लोकसभा चुनाव में भितरघात करने वाले पार्टी के विधायकों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक्शन की तैयारी में है. सांसद व विधायकों के आपसी तालमेल के अभाव में भाजपा को चुनाव में विशेषकर उत्तर प्रदेश में नुकसान उठाना पड़ा है. समीक्षा के दौरान पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को जानकारी मिली है कि कई संसदीय क्षेत्रों में विधायकों ने पार्टी के साथ भितरघात किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन विधायकों ने चुनाव में पार्टी के साथ भितरघात किया है उनको विधानसभा चुनाव में भाजपा टिकट नहीं देगी. शुक्रवार को पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भाजपा कोर कमेटी की बैठक हुई. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल के अलावा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे.
कई लोकसभाओं में विधायक की निष्क्रियता और प्रत्याशी के अतिआत्मविश्वास के कारण भी पार्टी की हार हुई है. वहीं अगर प्रदेश स्तर के नेताओं की बात करें तो अधिकांश नेताओं ने अपना बूथ भी नहीं बचा पाये. लोकसभा चुनाव 2024 को अगर विधानसभा के लिहाज से देखा जाए, तो भाजपा को लगभग 220 विधानसभा क्षेत्र में पराजय का सामना करना पड़ा है. इस बात से स्पष्ट है कि स्थानीय विधायक ने उम्मीदवार को सहयोग नहीं किया. मगर पराजय को केवल इसी आधार पर ही नहीं आंका जा सकता है. समीक्षा में एक यह बात भी निकलकर आयी कि दूसरे दलों से आये लोगों से पार्टी को कोई लाभ नहीं हुआ,उल्टे पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी हुई.
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हिन्दुस्थान समाचार
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