दक्षिणपूर्व यूरोपीय देश सर्बिया में एक सशस्त्र समूह द्वारा बंधक बनाए गए 11 नेपालियों को रिहा करने के लिए भारी भरकम रकम की मांग की है. मानव तस्करों के चंगुल में फंसकर सर्बिया के रास्ते मिस्र जा रहे नेपाल के झापा जिले के 45 वर्षीय अमाशु राजवंशी और 25 वर्षीय पशुपति राजवंशी ने अपने परिवार वालों को फोन कर जानकारी दी है कि हथियारधारी समूह ने उन दोनों सहित 11 नेपाली नागरिकों को बन्धक बना लिया है. सर्बिया में बन्धक बनाकर रखे गए नेपाली नागरिकों में से राजवंशीद्वय के अलावा कौन है, इसका खुलासा नहीं हुआ है.
राजवंशीद्वय के परिवार वालों ने बताया कि दो माह पहले 65 लाख खर्च कर वे सभी सर्बिया पहुंचे थे. पीड़ित के रिश्तेदार शर्मिला राजवंशी ने कहा कि जिन लोगों को बंधक बना लिया है उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. इनके परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह एक विदेशी नंबर से कॉल आया और उन्होंने फोन पर अपने परिजनों को 3 लाख भेजने का आग्रह किया है. राजवंशी ने फोन पर कहा था कि इनको पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. राशि भेजने के लिए खाता नंबर भी भेजा गया है. राजवंशी ने कहा कि उन्होंने इस समस्या के बारे में स्थानीय पुलिस कार्यालय, बिर्तामोड और जिला प्रशासन कार्यालय झापा को सूचित कर दिया है.
झापा बिर्तामोड के डीएसपी प्रकाश चंद ने कहा कि नेपाली बंधकों की खबर परिवार के माध्यम से मिली है और बचाव के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय किया जा रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार
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