18वीं लोकसभा के चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र का समापन हो गया है. राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने अपनी बात रखी. इसी के साथ कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी है. राज्यसभा में पीएम मोदी के संबोधन के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी और हंगामा किया और फिर सदन से वॉकआउट कर दिया. विपक्ष के वॉकआउट की सभापति जगदीप धनखड़ ने भर्त्सना की और कहा कि आज वो सदन छोड़कर नहीं, मर्यादा छोड़कर गए हैं. वहीं इससे कल यानि 2 जुलाई को लोकसभा की कार्यवाही भी पीएम के भाषण के बाद स्थगित कर दी गई थी.
बता दें 24 जुलाई को संसद के सत्र का प्रारंभ हुआ है. पहले दो दिन नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई गई. उसके बाद तीसरी दिन लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ. जिसमें पहली बार विपक्ष ने भी अपना उम्मीदवार उतारा. लेकिन बीजेपी के ओम बिरला ने बाजी मार ली. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पीएम मोदी और राहुल गांधी आसन तक छोड़ने भी गए. लोकसभा स्पीकर ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया.
संसद सत्र के चौथे दिन यानि 27 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. राष्ट्रपति मुर्मू ने जहां मोदी सरकार की बीते 10 साल की उपलब्धियों को गिनवाया तो वहीं आगे 5 साल के रोडमैप को भी सदन के सामने रखा. इसके बाद दोनों सदनों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. लोकसभा में अनुराग ठाकुर और राज्यसभा में डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ही सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तकरार देखने को मिली.
संविधान और आरक्षण का मुद्दा छाया रहा
सदन की कार्यवाही के दौरान संविधान और आरक्षण का मुद्दा छाया रहा. विपक्ष ने सरकार पर संविधान बदलने का आरोप लगाया. विपक्षी गठबंधन के सदस्यों ने सदस्यता की शपथ लेने के बाद जय संविधान के नारे लगाए. राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने संविधान की कॉपी हाथ में लेकर शपथ ली. वहीं, एनडीए के सांसदों ने ये संदेश देने की कोशिश की कि विपक्षी दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान संविधान जैसे मुद्दों को लेकर भ्रम फैलाने का काम किया है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जैसे लोग यहां तक पहुंचे हैं तो उसका कारण संविधान है. पीएम ने इमरजेंसी के कालखंड को याद करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान जब खतरे में था. देशवासी जानते हैं कि संविधान की रक्षा हम ही कर सकते हैं.वहीं एनडीए और इंडिया ब्लॉक, दोनों ही गठबंधनों के सांसद अपने-अपने संबोधनों में एक-दूसरे को आरक्षण विरोधी बताते नजर आए. पीएम मोदी ने भी आरक्षण लागू किए जाने के समय तब विपक्ष में रही कांग्रेस के नेता राजीव गांधी की लंबी स्पीच याद दिलाई और कहा कि कांग्रेस दलित-पिछड़ों की विरोधी रही है.
नीट पेपर लीक मामले पर हंगामा
नीट-यूजी पेपर लीक मामले को लेकर विपक्षी नेता सरकार पर हमलावर नजर आए. जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शपथ लेने आए तो विपक्षी सांसदों ने शेम-शेम के नारे लगाए. विपक्ष, धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत से पहले नीट पेपर लीक को लेकर चर्चा की मांग पर अड़ा था. विपक्ष के हंगामे के कारण 28 जून को लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. नीट पेपर लीक मामले पर राहुल गांधी ने सरकार से तीखे सवाल किए. राहुल गांधी ने कहा कि पिछले सात साल में 70 बार पर्चा लीक हुआ है. वहीं पीएम मोदी ने सरकार का पक्ष रखते हुए आश्वासन दिया कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. पीएम ने कहा कि हर नौजवान के कहना चाहता हूं. सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है.
राहुल गांधी के बयान से बवाल
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में डेढ़ घंटे संबोधन दिया. इस दौरान राहुल गांधी ने किसान आंदोलन, मणिपुर हिंसा और अग्रिवीर योजना, जांच एजेंसियों के दुरूपयोग के मुद्दे उठाए. राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीर सैनिक ‘यूज एंड थ्रो’ मजदूर बन गए हैं. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में भगवान शिव और उनकी अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा, जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं. इस पीएम मोदी ने कहा कि ‘पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है. गहमंत्री अमित शाह ने भी इसपर आपत्ति जताई. राहुल के बयान पर बीजेपी आक्रमक नजर आई और राहुल की बातों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.
आक्रामक अंदाज में दिखे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी के आक्रामक तेवर नजर आए. पीएम ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस को परजीवी पार्टी बता दिया. वहीं पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें बालक बुद्धि बताया और जमानत पर बाहर होने, मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी के मामले में सजा सुनाए जाने का उल्लेख करते हुए उनके खिलाफ दर्ज केस भी गिना दिए. पीएम मोदी ने राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं को लेकर टिप्पणी पर कहा कि अब हिंदुओं को सोचना होगा कि ये संयोग है या प्रयोग. पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा कि अब कांग्रेस के इकोसिस्टम को उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा. वहीं पीएम मोदी ने राज्यसभा में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए जांच एजेंसियों को खुली छूट देने की बात कही.
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