झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. आज शाम राजभवन पहुंचकर चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया और उन्होंने राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. बता दें रांची स्थित चंपई सोरेन के आवास पर इंडिया गठबंधन के विधायकों की बैठक हुई. जिसमें सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया.
क्या बोले चंपई सोरेन?
राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद चंपई सोरेन ने कहा, ‘कुछ दिन पहले, मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया और मुझे राज्य की जिम्मेदारी मिली. हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद, हमारे गठबंधन ने यह निर्णय लिया और हमने हेमंत सोरेन को हमारा नेता चुना. अब, मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.’ बता दें चंपई सोरेन हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने को राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी लेकिन महज 152 दिन ही वो इस पद पर रहे सके.
5 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 महीन से जेल में बंद थे. उन्हें झारखंड हाईकोर्ट ने 28 जून को जमानत दी थी. जिसके बाद उनके समर्थकों और पार्टी में नई जान आ गई. हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को अपनी गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. हेमंत, पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हैं.
झारखंड विधानसभा की स्थिति
झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 76 सदस्य हैं. इंडिया गठबंधन के पास 45 विधायक हैं. जिसमें जेएमएम के 2 7, कांग्रेस के 17 और आरजेडी का 1 विधायक शामिल हैं. ऐसे में इंडिया गठबंधन के पास झारखंड विधानसभा में बहुमत है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि हेमंत सोरेन कल शाम राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं. बता दें झारखंड में इसी साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इससे पहले हेमंत सोरेन को राज्य की कमान सौंपना किसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
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