लंदन: ब्रिटेन के आम चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली लेबर पार्टी के अध्यक्ष कीर स्टार्मर के जीवन का कुछ समय अभाव में गुजरा. यहां तक की कि उनकी पढ़ाई का खर्च किसी दूसरे ने उठाया है. इस समय उनकी उम्र 61 वर्ष है. वह ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. 10, डाउनिंग स्ट्रीट (ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास) को उनका इंतजार है.
कीर स्टार्मर ने कहा है कि वह उन लोगों के लिए भी काम करेंगे, जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है. उन्होंने कहा, ”मैं हर शख्स के हितों के लिए काम करूंगा.” स्टार्मर ने मतदाताओं से कहा, ”मैं आपके लिए बोलूंगा. हर दिन आपके लिए लड़ूंगा. बदलाव के लिए तैयार हूं. बदलाव अब शुरू हो रहा है. ये आपका लोकतंत्र है. आपका समुदाय और आपका भविष्य है. आपने वोट दिया है और अब नतीजे देने का समय हमारा है.”
सनद है कि कीर स्टार्मर विपक्ष का नेता बनने से पहले 2008 से 2013 के बीच इंग्लैंड और वेल्स में वकील रह चुके हैं. कीर स्टार्मर चार साल से विपक्ष के नेता हैं और उन्हें अपनी लेबर पार्टी को वामपंथी रुझान से राजनीतिक रूप से मध्य मार्ग पर लाने का श्रेय दिया जाता है. स्टार्मर का संसदीय क्षेत्र साल 2015 से हॉबर्न और सेंट पैनक्रास है. स्टार्मर स्वयं को वर्किंग क्लास की पृष्ठभूमि से बताते हैं.
उनके पिता टूलमेकर और उनकी मां नर्स रही हैं. मां को स्टिल्स रोग था. यह एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है. कीर ने रीगेट ग्रामर स्कूल में पढ़ाई की है. 16 साल की उम्र तक उनकी फीस एक स्थानीय परिषद भरता था. स्कूल के बाद यूनिवर्सिटी जाने वाले वह अपने परिवार के पहले सदस्य बने और लीड्स यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई की.
वह 1987 में बैरिस्टर बने. मानवाधिकार कानून में उनकी विशेषज्ञता है. अपने काम के सिलसिले में वो कैरिबिया और अफ्रीका में रहे. वहां उन्होंने मौत की सजा का सामना कर रहे कैदियों का केस लड़ा. 1997 में उन्होंने तथाकथित मैक्लिबेल कार्यकर्ताओं का केस मुफ्त में लड़ा.
साल 2008 में कीर डॉयरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रॉसिक्यूशन चुने गए. यह इंग्लैंड और वेल्स में सबसे वरिष्ठ क्रिमिनल प्रॉसिक्यूटर का पद है. साल 2015 में वो उत्तरी लंदन में हॉबर्न और सेंट पैनक्रास से सांसद बने. उन्होंने पूर्व में लेबर पार्टी के नेता जर्मी कॉर्बिन की फ्रंटबेंच टीम में उनके ब्रेग्जिट सचिव के रूप में काम किया. ब्रेग्जिट यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन को अलग करने की प्रक्रिया थी. वर्ष 2019 के आम चुनाव में पार्टी की भारी पराजय के बाद कीर स्टार्मर 2020 में पार्टी अध्यक्ष बने. अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने कहा था कि वो लेबर को “विश्वास और आशा के साथ एक नए युग में ले जाएंगे.” …और ऐसा उन्होंने कर दिखाया.
हिन्दुस्थान समाचार
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