देश में मानसून की बारिश, पहाड़ से लेकर मैदान तक कहर बनकर बरस रही है. जिसकी वजह से लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. पहाड़ी राज्यों में कई जगह लैंडस्लाइड और सड़क धंसने से कई मार्गों बाधित रहे. जिससे स्थानीय लोगों के साथ घूमने आए सैलानियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मैदानी इलाकों में बारिश की वजह से नदियां अपना रौर्द रूप दिखा रही है. पूर्वोत्तर राज्य असम बाढ़ से बुरी तरह से त्राहिमाम कर रहा है. आईएमडी ने बताया कि अगले पांच दिनों में पश्चिमी तट, पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्सों और उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से आज उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी भारी बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं, पड़ोस में उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र और ओडिशा के कुछ हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया गया है.
उत्तराखंड और हिमाचल में लैंडस्लाइड से आवागमन बाधित
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड होने से मार्गों पर मलबा आ गया है. जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ है और कनेक्टिविटी भी प्रभावित हुई है. विष्णुप्रयाग में चट्टान टूटकर सड़क पर आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया. इसके चलते चारधाम यात्रा भी रोक दी गई. देवभूमि में अभी भी 98 मार्ग बंद हैं. गंगा, अलकनंदा समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं. गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से मात्र 85 सेमी नीचे रह गया है. मौसम विभाग ने राज्य के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. और आज बहुत भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना जताई है. वहीं हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के चलते 41 सड़कों पर आवाजाही बंद है. जगह-जगह भूस्खलन से सड़कों पर मलबा आ गया है. रविवार को कुल्लू में भूस्खलन से गोशाला ढह गई. राज्य सरकार के मुताबिक 212 बिजली के ट्रांसफॉर्मर खराब हुए हैं और 17 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुईं.
दिल्ली में यमुना का बढ़ा जलस्तर
बारिश के चलते दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है, लेकिन अभी बाढ़ का खतरा नहीं है. विवार को हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे करीब 352 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यमुना में पानी आ जाने से जल्द ही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को ज्यादा पानी मिलने लगेगा. जिससे महीने से पानी समस्या झेल रहे दिल्लीवालों को राहत मिलेगी.
बिहार की नदियां खतरे के निशान के करीब
भारी बारिश की वजह से बिहार की लगभग सभी नदियां उफान पर हैं. 24 घंटे से मूसलाधार बारिश के चलते कोसी, महानंदा, बागमती, गंडक, कमला बालन और कमला समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं. सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर और सुपी समेत कई जिलों में नदियों का जल स्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है. गोपालगंज में गंडक नदी खतरे के निशान के पार बह रही है. मधुबनी के कई इलाकों में कमला नदी खतरे के निशान को पार कर गई है.
असम में बाढ़ से त्राहिमाम
पूर्वोत्तर राज्य असम में आसमानी आफत ने 59 लोगों की जान छीन ली है. असम के 29 जिलों में बारिश और बाढ़ की वजह से 23 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. यहां ब्रह्रपुत्र नदी अपने पूरे वेग के साथ बह रही है. हालात ये हैं कि काजीरंगा नेशनल पार्क में पानी भरने से 15 लाख से ज्यादा जानवर प्रभावित हुए हैं. 6 गैंडो समेत 114 जानवरों की मौत हो चुकी है. ब्रहमपुत्र नदी में आई बाढ़ से असम का हाल बेहाल हो चुका है. जहां तक नजर जाती है, वहां तक सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है. कई गांव पानी से बुरी तरह बर्बाद हो चुके हैं. प्रशासन ने 27 जिलों में 577 रिलीफ कैंप बनाए गए हैं. इसमें 5 लाख से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इंसान के साथ जानवरों को बचाने के लिए लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगाते रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.
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