भारतीय जनता पार्टी के नेता और पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यनमंत्री बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वह पंश्चिम बंगाल को इस्लामिक राज्य बनाना चाहती हैं.
अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी भारतीय संविधान को ताक पर रखकर पश्चिम बंगाल को अलिखित नियम शरिया के साथ इस्लामिक राज्य बनने की राह पर ले जा रही हैं.
उन्होंने आगे कहा, “अलिया विश्वविद्यालय अधिनियम 2007, धारा 3 (3) के तहत पश्चिम बंगाल सरकार के अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा विभाग के तहत एक स्वायत्त विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित अलिया विश्वविद्यालय, अब इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और भूगोल विभाग में ‘तकनीकी सहायक’ के पद के लिए एक शर्त के रूप में ‘इस्लामी संस्कृति’ के ज्ञान की मांग करता है!”
मालवीय ने कहा, “इन राज्य वित्त पोषित ‘अल्पसंख्यक’ संस्थानों में एससी/एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण का क्या हुआ? टीएमसी और आई.एन.डी.आई. गठबंधन पिछड़े वर्गों के लिए दिए गए आरक्षण को खा रहे हैं और इसे मुसलमानों को दे रहे हैं.”
मालवीय ने कांग्रेस का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सबसे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया से एससी/एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण हटाया था. बाद में, पिछड़े वर्गों के लिए संवैधानिक रूप से अनिवार्य आरक्षण प्रदान करने की आवश्यकता को सभी ‘अल्पसंख्यक’ संस्थानों से हटा दिया गया, भले ही राज्य द्वारा वित्त पोषित किया गया हो.
Mamata Banerjee is taking down West Bengal on the path of being an Islamic state, with Sharia as the unwritten rule, setting aside the Indian Constitution.
Aliah University, established as an autonomous university under the Department of Minority Affairs and Madrasah Education,… pic.twitter.com/UUlaya2kAv
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 8, 2024
यही नहीं मालवीय ने संदेशखाली का भी जिक्र करते हुए ममता पर हमला बोला. उन्होंने कहा “संदेशखाली से लेकर चोपड़ा तक, कुछ भी नहीं बदला है. शेख शाहजहाँ और तजेमुल इस्लाम (उर्फ जेसीबी) जैसे अपराधियों को बचाने और राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए ममता बनर्जी बलात्कार, यौन उत्पीड़न और अब सार्वजनिक कोड़े की शिकार पीड़ितों का इस्तेमाल करती रहती हैं.”
मालवीय ने कहा, “इस शृंखला में नवीनतम महिला मेहेरुन नेशा है, जिसे पूरे सार्वजनिक दृश्य में कोड़े मारे गए थे. स्थानीय टीएमसी विधायक ने अपने करीबी सहयोगी की हरकत का बचाव किया था. कथित तौर पर, उसने वायरल हो रहे भयानक वीडियो के लिए सीपीआई (एम) नेता मोहम्मद सलीम और मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.”
उन्होंने कहा, “मैं अपने लिए बोल सकता हूं. यह वीडियो पूरे बंगाल मीडिया में था और दिल्ली पहुंचने से पहले ही कई उपयोगकर्ताओं ने इसे उठा लिया था. इसकी संभावना नहीं है कि महिला ने अपनी मर्जी से ऐसा किया है क्योंकि वह स्पष्ट रूप से तथ्यों से अनभिज्ञ है. उन्हें यह शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया है क्योंकि उन्हें टीएमसी प्रभावित चोपड़ा में रहना है और ममता बनर्जी की प्राथमिकता मेहरुन नेशा के लिए न्याय नहीं बल्कि राजनीतिक विरोधियों को ठीक करना है.”
From #Sandeshkhali to Chopra, nothing has changed. Mamata Banerjee continues to use victims of rape, sexual assault and now public flogging to protect criminals like Sheikh Shahjahan and Tajemul Islam (alias JCB), and to target political opponents.
Latest in the series is… pic.twitter.com/I5O0GmV5HG
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 8, 2024
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