लखनऊ: हाथरस भगदड़ मामले में एसआईटी ने 850 पन्नों की अपनी जांच रिपोर्ट योगी सरकार को सौंप दी है. 128 लोगों से बातचीत के बाद इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है. इनमें हाथरस के डीएम आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल से लेकर सत्संग की अनुमति देने वाले एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ और हादसे के दैरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल हैं. इसके अलावा सत्संग में मृतकों के परिजनों और घायल श्रद्धालुओं के भी बयान दर्ज किए गए हैं.
इस रिपोर्ट में सत्संग का आयोजन करने वाली कमेटी पर निशाना साधा गया है, जबकि अफसरों की उदासीनता पर भी सवाल उठे हैं. हालांकि इस रिपोर्ट में सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि का जिक्र नहीं है.
Hathras Stampede: SIT says organisers of 'Satsang' responsible for mishap
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— ANI Digital (@ani_digital) July 9, 2024
एसआईटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह से सत्संग में हादसा हुआ. इसी रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे की कार्रवाई करेंगे. इस रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को चर्चा के लिए बुलाया है. आगरा के एडीजी अनुपमा कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ की डिविजनल कमिश्नर चैत्रा वी ने संयुक्त रुप से यह रिपोर्ट तैयार की है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ से 123 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में अब तक बाबा के कई सेवादारों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाबा का नाम एफआईआर में नहीं है.उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है. बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल पर गए थे. उन्होंने पीड़ितों के परिजनों को हर संभव आर्थिक सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया था.
हिन्दुस्थान समाचार
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