राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं हैं. दिल्ली में बिजली के दामों में बढोत्तरी होने जा रही है. यानि कि अब आपको बिजली इस्तेमाल करने पर ज्यादा पैसा देना होगा. दरअसल, बिजली वितरण कंपनियां पावर पर्चेज एडजस्टमेंट चार्ज (PPAC) 8% तक बढ़ाने जा रहीं हैं, जिससे बिजली के मूल्यों में बढ़ोत्तरी हो जाएगी. 1 मई 2024 से नए मूल्य लागू हो गए हैं और जुलाई में आने वाले बिल में पीपीएसी बढ़कर लगा आएगा. बताया जा रहा है कि ये बढ़ोत्तरी 3 महीने तक रहेगी. इसके बाद DERC बिजली कंपनियों की याचिका के हिसाब से बिजली की दर तय करेगी.
बता दें BSES की 2 कंपनियां BRPL और BYPL ने ही PPAC में बढ़ोत्तरी की है लेकिन टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड ने कोई भी बढ़ोतरी नहीं की है. BYPL के इलाके में पूर्वी और सेंट्रल दिल्ली के हिस्से आते हैं. वहीं, BRPL के इलाके में दक्षिणी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के इलाके आते हैं.
बीजेपी ने AAP सरकार पर साधा निशाना
दिल्ली में बढ़े बिजली के दामों पर अब सियासत भी शुरू हो गई है. दिल्ली में बढ़े बिजली दामों को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार को घेरा है. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार गरीबों लोगों की जेब काट रही है. उन्होंने कहा कि यूनिट की दर भले ही कम की हुई हों, लेकिन दूसरे तरीके से पैसे वसूला जा रहा है. अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि उनके घर का 25 दिन का बिजली बिल 19,000 रुपये आया है.
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि गर्मी में ज्यादा कंज्यूम करने से बिजली बिल नहीं बढ़े बल्कि यह PPAC के कारण यह बिल बढ़ रहे हैं. 10 साल के बाद भी बिजली कंपनी के ऑडिट नहीं किया गया है. लवली ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के जेल में होने के कारण डीआरसी के सदस्य की नियुक्ति नहीं हो पा रही है. बिजली कंपनियां अपनी मनमानी कर रही हैं
झूठ फैला रही बीजेपी- आतिशी
दिल्ली की बिजली मंत्री आतिशी ने बीजेपी पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी झूठ फैला रही है कि दिल्ली सरकार ने बिजली के दाम बढ़ा दिए हैं. उन्होंने कहा कि DERC के क्लीयर ऑर्डर हैं कि PPAC चार्ज को नहीं बढ़ाया जा सकता है. सितंबर तक यह पहले का ऑर्डर लागू रहेगा लेकिन डिस्कॉम के पास यह प्रावधान है कि गर्मियों में खास तौर पर जब पीक पावर डिमांड होता है और जब उन्हें महंगे दाम पर बिजली खरीदनी पड़ती है, उस दौरान शॉर्ट टाइम के लिए वे 7% तक PPAC बढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह केवल उस दौरान के लिए लागू रहता है जब उन्होंने महंगी बिजली खरीदी हो और ये प्रावधान पिछले दस साल से लागू होता रहा है.
वहीं उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है वहां सबसे महंगे दामों पर बिजली मिल रही है. 8 घंटे के पावर कट लगाए जाते हैं. आतिशी ने कहा कि बीजेपी अपने राज्यों में समस्या सुलझाने की जगह दिल्ली सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है.
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