दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद ने अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. राजुकमार आनंद के साथ उनकी पत्नी वीणा आनंद, छत्तरपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक करतार सिंह तंवर और पार्षद उमेश सिंह फोगाट के साथ रत्नेश गुप्ता, सचिन राय ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने राजकुमार आनंद समेत इन नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. दिल्ली में 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में राजकुमार आनंद का बीजेपी में जाना आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
राजकुमार आनंद साल 2020 में पहली बार पटेल नगर सीट से विधायक बने थे. इससे पहले उनकी पत्नी वीना आनंद भी इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं. दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की जगह राजकुमार आनंद को कैबिनेट में शामिल किया गया था. राजकुमार आनंद ने लोकसभा चुनाव से पहले राजकुमार आनंद ने मंत्री पद और आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. राजकुमार आनंद ने कहा कि, भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी की जो नीति है, उससे वह सहमत नहीं है. वहीं उन्होंने पार्टी में दलित विधायकों और मंत्री का सम्मान नहीं होने की बात कही थी. जिसके बाद वो बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे. इतना ही नहीं उन्होंने बीएसपी की टिकट पर नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसदी का चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो जीतने में सफल नहीं हो पाए थे. तभी से उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे और आज उन्होंने बीजेपी का हाथ थाम लिया.
राजकुमार आनंद के आप छोड़ने के समय सौरभ भारद्वाज और संजय सिंह ने कहा था कि वो जांच एजेंसियों की छापेमारी से डर गए हैं. इसलिए दबाव की वजह से इस्तीफा दिया है. बता दें ईडी ने पिछले साल नवंबर में राजकुमार आनंद के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जब आप नेताओं ने कहा कि वो जल्द बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. लेकिन उन्होंने बसपा ज्वाइन की और अब बसपा छोड़ बीजेपी का पटका पहन लिया.
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