प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑस्ट्रिया के दो दिवसीय दौरे पर हैं. जहां पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया गया. यूरोपीय देश में प्रधानमंत्री का रेड कार्पेट के साथ वेलकम किया गया. ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री अलेक्जेंडर शालेनबर्ग खुद पीएम मोदी की अगवानी करने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे. बता दें 4 दशक बाद किसी प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया है. पीएम मोदी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ऑस्ट्रिया का दौरा कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतवंशियों से भी मुलाकात की. पीएम के स्वागत में वंदे मातरम की धुन बजाई गई. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी स्टेट डिनर के लिए ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने चांसलर नेहमर के साथ सेल्फी भी ली.
पीएम नरेन्द्र मोदी और आस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के बीच बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. इसमें द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न आयामों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि वार्ता के दौरान व्यापार और निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, एआई, स्टार्ट-अप, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, सांस्कृतिक सहयोग और लोगों से लोगों के बीच संबंध से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई. इससे पहले द्विपक्षीय संबंधों में नया इतिहास रखते हुए प्रधानमंत्री का आस्ट्रिया के चांसलर ने गर्मजोशी से स्वागत किया. संघीय चासंलर परिसर में उनका औपचारिक स्वागत किया गया. किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की यह ऐतिहासिक यात्रा 4 दशकों के बाद हो रही है.
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया के चांसलर नेहमर के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरी तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही ऑस्ट्रिया आने का अवसर मिला। मेरी ये यात्रा एतिहासिक और विशेष दोनों है. 41 साल के बाद किसी भारतीय पीएम ने यहां का दौरा किया. ये सुखद संयोग है कि यात्रा उस समय हो रही है जब हमारे आपसी संबंधों को 75 साल पूरे हुए.
यूक्रेन संकट पर क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता. उन्होंने आतंकवाद की भी कड़ी निंदा की. पीएम ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि यह युद्ध का समय नहीं है. हमने दुनिया में चल रहे विवादों पर बात की. हमने यूक्रेन पर भी बात की है. हमने शांति और स्थिरता के लिए बात की है. हम शांति के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. क्लाइमेंट और आतंकवाद भी अहम मुद्दा है.
यूक्रेन जंग का शांतिपूर्ण समाधान निकले- नेहमर
ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने कहा कि भारत ब्रिक्स का फाउंडिंग मेंबर है. ग्लोबल साऊथ का प्रमुख सदस्य है. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जिसकी आवाज पूरी दुनिया में सुनी जाती है. भारत का भरोसेमंद पार्टनर होने के साथ ऑस्ट्रिया भी यूक्रेन संकट का शांतिपूर्ण हल चाहता है.
75 सालों से हैं राजनयिक संबंध
पीएम मोदी का ऑस्ट्रिया दौरा ऐसे समय हो रहा है जब दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को 75 साल पूरे हो रहे हैं. बता दें साल 1949 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बने थे.1955 में पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू, 1971 और 1983 में ऑस्ट्रिया यात्रा पर जा चुकी हैं.
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