हरियाणा में 3 महीने बाद यानि अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. ऐसे में चुनावी सुगबुगाहट तेज हो गई है. राजनीतिक दल चुनाव में जीतने के लिए नीति और रणनीति बनाने में जुटे हैं. सत्ताधारी दल बीजेपी तीसरी बार हैट्रिक लगाने की जुगत में है. तो लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस प्रदेश में वनवास खत्म करने के सपने देख रही है. वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने अभय चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल से हाथ मिलाया है. ये दोनों पार्टियां राज्य में एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी. इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा सहित बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में दोनों दलों के बीच इस नये राजनीतिक गठजोड़ का ऐलान किया.
बसपा और आईएनएलडी ने चुनाव से बहुत पहले ही सीट शेयरिंग को लेकर फॉर्मूला तैयार कर लिया है. बसपा नेता आकाश आनंद ने बताया कि प्रदेश की 90 सीटों में से 37 सीटों पर बसपा और बाकी की सीटों पर आईएनएलडी अपे उम्मीदवार उतारेगी. आकाश ने बताया कि सीट शेयरिंग का ये फैसला 6 जुलाई को मायावती और अभय चौटाला के बीच हुई विस्तृत चर्चा के बाद लिया गया है. इतना ही नहीं आकाश आनंद ने मुख्यमंत्री के चेहरे की कंफ्यूजन भी दूर कर दी है. आकाश आनंद ने साफतौर पर कहा कि अगर प्रदेश में बसपा- इनेलो का गठबंधन जीतता है तो अभय चौटाला को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. अभय चौटाला ने भी मायावती के साथ चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है.
1. बहुजन समाज पार्टी व इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में वहाँ की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नये गठबन्धन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे, जिसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ आज चण्डीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गयी। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 11, 2024
तीसरी बार हुआ दोनों दलों का गठबंधन
बसपा और इनेलो के बीच ये पहली बार गठबंधन नहीं हो रहा है. पहले दो बार भी दोनों साल साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. सबसे पहले वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव के दौरान इन दोनों दलों के बीच गठबंधन हुआ था. तब बसपा ने एक और इनेलो ने चार लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद साल 2018 में इनेलो और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन यह गठबंधन विधानसभा चुनाव तक लोगों के बीच नहीं पहुंच पाया. अब फिर 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए दोनों दल साथ आएं हैं.
अभय चौटाला ने किया फ्री बिजली का वादा
चुनावी समर के बीच अभय चौटाला ने भी आम आदमी पार्टी का फॉर्मला अपनाया है. अभय चौटाला ने प्रदेश के लोगों को मुफ्त बिजली और स्वच्छ पेयजल का वादा किया. उन्होंने कहा कि हमारे पास नए मीटर होंगे, जहां बिजली का बिल 500 रुपये से कम होगा. हम फ्री बिजली देने के लिए बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाएंगे. अभय चौटाला ने कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद हम बुजुर्गों को 7500 रुपये पेंशन देंगे. वहीं, गृहिणियों को हर महीने 1 गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाने का दावा किया.
प्रदेश में थर्ड फ्रंट बनाने पर जोर
राजनीति के विशेषज्ञों की मानें तो राज्य में तीसरी मोर्चा बनाने के कवायद तेज हो गई है. इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा के अनुसार इनेलो ने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के विरुद्ध राज्य में तीसरे मोर्चे के गठन की परिकल्पना की थी, जो धरातल पर साकार हो रही है. उन्होंने बताया कि जल्दी ही भाजपा और कांग्रेस के विरुद्ध समान विचारधारा वाले दलों को अभय सिंह चौटाला एकजुट करने का काम करेंगे. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शिरोमणि अकाली दल, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी, हरियाणा जनसेवक पार्टी और सर्वहितकारी पार्टी इस गठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं.
कांग्रेस और AAP की राहें जुदा
लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हरियाणा और दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ा था. 10 सीटों में से 9 पर कांग्रेस और 1 सीट आप को दी गई थी. चुनाव परिणाम में 5 सीट जीतने में कांग्रेस सफल रही. लेकिन अब विधानसभा चुनाव में दोनों की राहें जुदा हो गई हैं. कांग्रेस और AAP अकेली ही विधानसभा चुनाव में ताल ठोकेंगी.
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