महाराष्ट्र में विधानसभा परिषद् की 11 सीटों के वोटिंग शुरू हो गई है और शाम 4 बजे तक जारी रहेगी. एमएलसी चुनाव में 12 प्रत्याशी अपनी किस्मत अजमा रहे हैं. जिनमें एनडीए ने 9 और इंडिया ब्लॉक ने 3 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. मुंबई में भारी बारिश के बीच शिवसेना-UBT के नेता मिलिंद नार्वेकर ने वोटिंग का समय बढ़ाने की मांग की है.
किस पार्टी ने कितने उम्मीदवार उतारे
महाराष्ट्र विधानपरिषद् चुनाव में बीजेपी ने 5, शिंदे गुट वाली शिवसेना ने 2 प्रत्याशी उतारे हैं. वहीं अजीत गुट वाली एनसीपी ने भी 2 उम्मीदवार उतारे हैं. इस तरह महायुति की तरफ से 9 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. महाविकास अघाडी दलों की बात करें तो उद्धव गुट वाली शिवसेना ने 1, कांग्रेस ने 1 उम्मीदवार उतारा है. जबकि शरद पवार वाली एनसीपी ने अपना प्रत्याशी ना उतारकर भारतीय शेतकरी कामगार पार्टी के जयंत पाटिल को समर्थन किया है.
महाराष्ट्र विधानपरिषद चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर किसी भी दल के पास अपने प्रत्याशियों को जिताने के नंबर नहीं है. इस समय महाराष्ट्र विधानसभा की मौजूदा स्थिति 274 है. यानि कि एक एमएलसी को जीताने के लिए प्रथम वरीयता के आधार पर कम से कम 23 विधायकों का समर्थन अनिवार्य है. बीजेपी के पास 103, अजित पवार की एनसीपी के पास 40 और शिंदे की शिवसेना के पास 38 विधायक हैं. इनके अलावा निर्दलीय विधायकों को मिलाकर महायुति के पास 203 विधायकों का समर्थन बताया जा रहा है. इस आधार पर अगर महायुति 4 विधायकों का और समर्थन जुटाने में सफल हो जाती है तो उसके सभी 9 एमएलसी प्रत्याशियों की जीत हो जाएगी. जिसे लेकर शरद पवार और उद्धव ठाकरे ही नहीं कांग्रेस विधायकों पर भी क्रॉस वोटिंग का खतरा बना हुआ है. वहीं कांग्रेस की एक सीट पर जीत तय मानी जा रही है.
बता दें महाविकास अघाड़ी गठबंधन के पास 72 विधायकों का ही समर्थन है. इसमें कांग्रेस के 37 विधायक हैं. इसके अलावा उद्धव ठाकरे की शिवसेना के 16 विधायक हैं. शरद पवार की एनसीपी के 12 विधायक हैं. समाजवादी के 2, सीपीएम के दो और 3 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन है. INDIA ब्लॉक विधायकों की संख्या के आधार पर तीनों सीटें जीत सकता है, लेकिन उसके लिए अन्य दलों के विधायकों को जोड़कर रखना होगा और कांग्रेस विधायकों के विश्वास को भी बनाए रखना होगा.
रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू
एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग की संभावना बनी हुई है. इसलिए चुनाव से पहले ही महाराष्ट्र में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. महयुति और महाविकास अघाड़ी दोनों ही अपने- अपने विधायकों को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. बीजेपी ने अपने विधायकों को कोलाबा के ताज प्रेसीडेंसी में रखा है. तो वहीं शिंदे गुट की शिवसेना ने ब्रांदा के ताज लैंड्स, शिवसेना उद्धव गुट के विधायक परेल के आईटीसी ग्रैंड मराठा होटल में ठहरे हैं. वहीं अजीत पवार वाली एनसीपी के विधायको को अंधेरी एयर के होटल ललित में शरण दिलाई गई है. अब विधायक लग्जरी रिसॉर्टों से निकलकर वोटिंग के लिए विधानसभा पहुंच रहे हैं.
कैसे होता है एमएलसी का चुनाव?
महाराष्ट्र विधान परिषद में कुल 78 सीटें हैं. जिनमें 66 सदस्य निर्वाचित होते हैं. वहीं 12 सदस्य मनोनीत होते हैं. विधायक कोटा वाली 1/6 सीटों के लिए राज्य के विधायक वोट डालते हैं. लेकिन यहां विधायकों को वरीयता के आधार पर वोट डालना होता है.
कैसे होती है वोटिंग?
विधायकों को चुनाव आयोग की ओर से एक विशेष पेन दी जाती है. उसी पेन से उम्मीदवारों के नाम के आगे वोटर को नंबर लिखने होते हैं. एक नंबर उसे सबसे पसंदीदा उम्मीदवार के नाम के आगे डालना होता है. ऐसे दूसरी पसंद वाले उम्मीदवार के आगे दो लिखना होता है. विधायक चाहे तो सभी उम्मीदावारों को वरीयता क्रम दे सकता है. इसके बाद विधानसभा के विधायकों की संख्या और विधान परिषद के लिए खाली सीटों के आधार पर जीत के लिए आवश्यक वोट तय होते हैं. जो उम्मीदवार उस आवश्यक संख्या से अधिक वोट पाता है वह विजयी घोषित होता है.
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