पटना। बिहार में पूर्णिया जिले की रुपौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जीत दर्ज की है। उन्होंने 8,211 वोटों से जदयू के कलाधर मंडल को हराया। शंकर सिंह को जहां 67,779 मत प्राप्त हुए, वहीं कलाधर मंडल को 59,586 मत मिले। महागठबंधन समर्थित राजद की उम्मीदवार बीमा भारती तीसरे नंबर पर रहीं। बीमा भारती को कुल 30108 वोट मिले।
रूपौली उपचुनाव का परिणाम बेहद चौंकाने वाला रहा। निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जदयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल को सीधी टक्कर में मात दी। राजद उम्मीदवार बीमा भारती शुरू से ही लगातार तीसरे नंबर पर रहीं। छह राउंड के बाद निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बढ़त बनायी, जिसे अंत तक बरकरार रखा। गयारहवें राउंड की गिनती के बाद शंकर सिंह को 6,838 मतों का बढ़त प्राप्त था। कुल 12 राउंड की गिनती के बाद शंकर सिंह ने जदयू के कलाधर मंडल को हराकर रूपौली सीट अपने नाम किया। शंकर सिंह को कुल 67,779 मत प्राप्त हुए जबकि जदयू के कलाधर मंडल को 59,568 वोट मिले।
उल्लेखनीय है कि रूपौली से चार बार चुनाव जीत चुकीं पूर्व विधायक बीमा भारती ने जदयू का साथ छोड़कर राजद का दामन थाम लिया था। पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में इस सीट से जदयू की टिकट पर बीमा भारती ने ही जीत दर्ज की थी। पार्टी बदलने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दिया था, जिससे यह सीट खाली हुई थी। बीमा भारती को राजद ने पूर्णिया लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट थमाया लेकिन बीमा भारती की इस चुनाव में करारी हार हो गयी थी। पूर्णिया सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव सांसद बने और जदयू उम्मीदवार सह पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा दूसरे नंबर पर रहे। बीमा भारती तीसरे नंबर पर रही थीं।
कौन हैं शंकर सिंह?
शंकर सिंह पूर्व में लोजपा के नेता रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2005 में लोजपा के टिकट पर रूपौली में जीत भी दर्ज की थी और विधायक बने थे। शंकर सिंह इस दौरान कुछ ही दिनों तक विधायक रह सके। वर्ष 2010, 2015 और 2020 के चुनाव में शंकर सिंह दूसरे नंबर पर रहे। इस उपचुनाव में जब राजग में यह सीट जदयू के पास गयी तो शंकर सिंह ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय उम्मीदवार बनकर मैदान में उतरे।
हिन्दुस्थान समाचार
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