अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक चुनावी जनसभा में गोली चल गई. गोली, ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई लेकिन अगर गोली एक इंच भी आगे लगती तो पूर्व राष्ट्रपति की जान भी जा सकती थी. हालांकि यूएस सीक्रेट सर्विस ने हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया.
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के पूर्व राष्ट्रपति पर गोली चलना ये सबसे बड़ी सुरक्षा में चूक मानी जा रही है. इससे कई सवाल खड़े होते हैं कि आखिर शूटर ट्रंप की सभा के इतना नजदीक हथियार लेकर कैसे पहुंच गया. यूएस सीक्रेट सर्विस की हाईटेक सिक्योरिटी होने के बावजूद उन्हें हमलावर की जानकारी कैसे नहीं लगी. सवाल ये भी उठ रहे हैं कि ट्रंप पर गोली किसी साजिश या षड़यंत्र का परिणाम तो नहीं है.
सबसे बड़ा सवाल ये है कि महज 120 मीटर की दूरी पर स्थित इमारत ने फायरिंग की थी. ऐसे में सीक्रेट सर्विस के एजेंट को उसकी भनक कैसे नहीं लगी. एजेंट की नजर शूटर पर कैसे नहीं पड़ी. आसपास की बिल्डिंग पर तलाशी क्यों नहीं ली गई थी. सवाल कई हैं. जिनक पड़ताल के लिए एफबीआई सहित कई अमेरिकी एजेंसियां मुस्तैदी से जुटी हुई हैं. एफबीआई हमले और हमलावर से जुड़ी सभी जानकारियां जुटा रही है. हमलावर के कितने सहयोगी थे, इसकी भी जांच कर रही है.
इन राजनेताओं पर पहले भी हो चुकी है हमले
अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन फोर्ड की थियेटर के बाहर ही हत्या कर दी गई थी. वो एक नाटक देखने के लिए थियेटर गए थे. उनके सुरक्षा गार्ड इंटरवल में ही थियेटर से बाहर निकल गए थे. हमलावर ने रात का मौका देखकर पिछे से लिंकन के सिर में गोली मार दी. आनन फानन में उन्हें को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
अमेरिका के 20 वें राष्ट्रपति जेम्स गार्फील्ड, पद संभाले के 4 महीने बाद ही वाशिंगटन डीसी के बाल्मोर स्टेशन पर थे. उन्हें न्यू इंग्लैंड जाने वाली ट्रेन पकड़नी थी. इसी दौरान चार्ल्स गुइटो नाम के एक शख्स ने उन्हें गोली मार दी. गोली उनके सीने में धंस गई. डॉक्टरों ने गोली निकालने की कई दिनों तक कोशिश की मगर सफल नहीं हो पाए और जेम्स गार्फील्ड की जान चली गई.
25वें राष्ट्रपति विलियम मैककिन्ले का दूसरा कार्यकाल चल रहा था. वो एक इवेंट में शामिल हुए. इस दौरान वो लोगों से हाथ मिलाने लगे, तभी एक शख्स उनके करीब आया और उन पर दो गोलियां दाग दीं. एक गोली उनके शरीर को छूकर निकल गई. दूसरी गोली उनके पेट में जा घुसी. उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टर गोली नहीं निकाल पाए जिससे पेट में घाव हो गया. 8 दिन बाद उनकी मौत हो गई.
अमेरिकी के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए चुनावी रैली निकाल रहे थे. इसी दौरान भीड़ के बीच से दो गोलियां चली. एक गोली सीधे कैनेडी के सिर में और दूसरी उनकी गर्दन में लगी और उनकी मौत हो गई.
अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन वाशिंगटन डीसी में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लेने के जा रहे थे. वो अपनी कार में जैसे से बैठते उससे पहले ही भीड़ से निकलकर एक शख्स ने रीगन पर फायरिंग शुरू कर दी. रीगन पर पांच गोलियां दागी गईं लेकिन वे हर गोली से बच गए. छठी गोली बुलेटप्रूफ कार के शीशे से टकराकर फिर से रीगन के पास लौटी और उनके सीने में घुस गई. रीगन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उनके सीने से गोली समय पर निकाल ली जिससे उनकी जान बच गई।
बता दें साल 1965 से 1996 तक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों को लाइफटाइम सुरक्षा मिलती थी. लेकिन साल 1994 में इसमें बदलाव किया गया था. पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा को घटाकर लाइफटाइम के बदले 10 साल कर दिया गया था.
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