पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानि पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि ये पार्टी और इसकी सोच देश के लिए खतरा बन गए हैं और इसके लोग देशविरोधी कामों में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अवैध स्रोतों से विदेशी धन प्राप्त करने और पिछले साल सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के मामले में पीटीई पर बैन की तैयारी है. इसके लिए सरकार सर्वोच्च न्यायलय का भी रूख करेगी. बता दें कि पीटीआई मौजूदा समय में पाकिस्तान की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है.
इतना ही नहीं शरीफ सरकार ने इमरान खान, पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और पूर्व उप सभापति कासिम सूरी के खिलाफ आर्टिकल 6 लगाने का भी ऐलान किया है. बता दें आर्टिकल 6 के तहत मामले में मौत की सजा हो सकती है और उनके भविष्य में चुनाव लड़ने पर भी संकट हो सकता है.
1996 में इमरान ने की थी स्थापना
साल 1996 में इमरान खान ने ही पीटीआई की स्थापना की थी. 71 साल के इमरान खान पाकिस्तान के लोकप्रिय क्रिकेटर रहे हैं। उन्हीं की कप्तानी में पाकिस्तान ने साल 1992 में वर्ल्डकप जीता था. क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद इमरान खान ने सियासत की दुनिया में कदम रखा और 1996 में तहरीक-ए-इंसाफ नामक पार्टी का गठन किया. वो 1996 से 2023 तक पार्टी के अध्यक्ष पद भी रहे. अगस्त 2018 से अप्रैल 2022 तक लगभग 4 साल वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री भी रहे हैं. 2022 पीएम पद से हटने के बाद उनकी मुश्किलें शुरू हुईं. उन पर कई मामले दर्ज हुए और उनको गिरफ्तार कर लिया गया.
इमरान फिलहाल रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं. उनको दो मामलों में सजा भी सुनाई जा चुकी है. पीटीआई के मुताबिक उसके 10,000 से अधिक नेता और कार्यकर्ता जेल में हैं. पाकिस्तान की एआरवाई न्यूज के मुताबिक इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना मामले में आठ दिन की फिजिकल रिमांड पर भेजा गया है.
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