इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IEMC) के प्रमुख और बरेली के धार्मिक नेता मौलाना तौकीर रजा फिर एक बार विवादों में घिरे नजर आ रहे हैं. उन्होंने बरेली जिला प्रशासन को पत्र लिखकर सामूहिक धार्मिक विवाह कराने की इजाजत मांगी थी. मौलाना के इस पत्र के बाद बरेली सहित आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया था. क्योंकि मौलाना ने पत्र के जरिए 6 जोड़ों के धर्म परिवर्तन कराने की परमिशन जो मांग ली थी. वहीं पुलिस और जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है. पुलिस ने साफ शब्दों में कहा है कि किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी और फिर भी कोई लॉ एंड ऑर्डर खराब करेगा. उससे सख्ती के साथ निपटा जाएगा.
जिसके बाद मौलाना बैकफुट पर आ गए हैं. मौलाना ने जिलाधिकारी को लिखे अपने पत्र पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि पांच जोड़ों के सामूहिक विवाह की परमिशन मांगी है. मौलाना ने कहा कि जिन जोड़ों का वो निकाह करा रहे हैं. वो लोग पहले से ही अपना धर्म परिवर्तन कर चुके हैं और लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं. हम बस उनके रिश्ते को धार्मिक पहचान देने का काम किया जा रहा है.
जबकि मौलान ने बुधवार को कहा था कि वो 21 जून को सामूहिक निकाह कार्यक्रम आयोजित करेंगे. जिसमें अन्य धर्म के 5 जोड़ों को इस्लाम कबूल कराया जाएगा. उसके बाद इस्लाम पद्दति से उनका निकाह कराया जाएगा.
हिंदुओं की घर वापसी पर मौलाना ने उठाए सवाल
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि पुलिस को उन लोगों पर एक्शन लेना चाहिए जो बिना इजाजत के मुस्लिम लड़कियों की हिंदू लड़कों से शादी करा रहे हैं और उसे ‘घर वापसी’ का नाम दे रहे हैं. मौलाना ने कहा, बरेली के एक मंदिर में इस तरीके की 100 से ज्यादा शादी कराई गई. लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ एक्शन नहीं लिया.
तौकीर रजा ने आगे कहा कि मैं धर्म परिवर्तन नहीं करा रहा हूं. मैंने सिर्फ सामूहिक निकाह की परमिशन मांगी है. धर्म परिवर्तन की नहीं. मैं कानून के साथ चल रहा हूं. कानून में रहकर ही इजाजत मांगी है. जबकि, दूसरे लोग बिना परमिशन के सबकुछ कर रहे हैं, उन्हें खुली छूट है. मैं कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान में दो कानून नहीं होना चाहिए.
हिन्दू संगठनों ने किया था विरोध
मौलाना के सामूहिक कन्वर्जन वाले पत्र के बाद तमाम हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था. मौलाना पर जबरन धर्मांतरण का आरोप भी लगाया गया था साथ ही पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई थी.
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