मानसून की बारिश अपने साथ खुशी और गम दोनों लेकर आई है. भीषण गर्मी में जहां पारा 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था. वहां आसमान से गिरी बूंदे लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं थी. भारतीय वासियों ने बारिश के बाद चैन की सांस ली. मौसम में बदलाव के साथ ही लोग जश्न मनाने लगे. कई इलाकों में तो लोग खुशी से नाचते और झुमते तक नजर आए लेकिन जैसे- जैसे मानसून आगे बढ़ा तो ये खुशी, गम में बदलती हुई नजर आई. भारी और मसूलाधार बारिश की वजह से नदियां अपने पूरे वेग के साथ बहने लगी. भारत के कई राज्यों में उफनती नदियों ने अपने किनारे तोड़ गांवों में डेरा डाल लिया. इतना ही नहीं बाढ़ के पानी ने ग्रामीणों से उनका आशियाना, उनके खेत खलिहान और यहां तक कि उनकी आजीविका तक छीन ली. अब पीड़ित ग्रामीण सरकारी मदद के मोहताज रह गए हैं.
बाढ़ की विभीषिका सिर्फ गांव में रहने वाले लोगों को झेलनी पड़ी है ऐसा नहीं हैं. शहरों में भी भारी बारिश की वजह से सड़कों पर लबालब पानी भर गया. चमचमाते शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई. लोग नाव के सहारे आवागमन करने को मजबूर होते देखे गए. मानसूनी बारिश ने तमाम शहरों की सिविक एजेंसियों की पोल खोलकर रख दी. मानसून से पहले सारी तैयारियां पूरी कहने वाला प्रशासन अब राहत- बचाव करने की बात कर रहा है. बारिश की वजह से रेल की पटरियों पर पानी आ जाने से रेल सेवा बाधित है. तो कहीं हवाई उड़ानों पर भी असर पड़ा है. आइए जानते हैं किन- किन राज्यों में आसमान से बरसती बूंदों ने तबाही मचाई.
वैसे बारिश से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तसीगढ़, पश्चिम बंगाल, असम, केरल, कर्नाटक में लोगों की परेशानी बढ़ी है. लेकिन सबसे ज्यादा खतरा और जनहानि यूपी और बिहार में हुई है.
सबसे पहले बात उत्तर प्रदेश की कर लेते हैं. यपी के 16 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. प्रदेश की तीन नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. राप्ती नदी, बूढ़ी राप्ती और क्यूनो नदी के उफान पर होने के कारण गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर और गोंडा में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. वाराणसी का रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में डूब गया है. बता दें यह मंदिर दुनिया का पहला झुका हुआ मंदिर है. वहीं बारिश से संबंधित घटनाओं की वजह से राज्य में पिछले 24 घंटे में 6 लोगों की मौत हो गई है. यूपी सरकार ने बताया कि सभी की मौत डूबने से हुई है.
बिहार में भी बेतिया, बगहा, सीतामढ़ी, मधेपुरा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. 24 से ज्यादा निचले इलाकों के गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है. इसके अलावा कर्नाटक में मंगलवार को तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड के कारण 4 लोगों की मौत हो गई.
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हो रहा है. जिसके कारण कई मार्गों पर यातायत प्रभावित हो गया है. राज्यों में कई नदियां उफान पर हैं. पहाड़ों पर घूमने आए सैलानी भी तमाम मुसीबतों का सामना कर रहे हैं. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए मॉनसून का अलर्ट जारी किया है और भारी बारिश की संभावना जताई है. साथ ही यात्रियों को सतर्क रहने की चेतावनी भी है.
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने बुधवार 17 जुलाई को मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और उत्तराखंड यानी 9 राज्यों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. वहीं, 10 राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मणिपुर, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
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