योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा वाले रूट पर पड़ने वाली सभी खाने-पीने की चीजों वाले दुकानदारों को अपनी दुकान के बाहर नेमप्लेट लगाने के आदेश दिए थे. जिसके बाद इसका असर होने लगा है. मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जिले में कई दुकानदारों और फल विक्रेताओं ने नेमप्लेट लगा ली है.
विपक्षी दल के नेता जहां सीएम योगी पर भेदभाव और बांटने की राजनीति का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं अब समर्थन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात, सरकार के समर्थन में खड़ा हो गया है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा है कि कांवड़ यात्रा के मार्ग पर ढाबा संचालकों, फल विक्रेताओं और अन्य स्टॉल मालिकों के लिए सहारनपुर पुलिस ने जो एडवाइजरी जारी कि है उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. मौलाना ने कहा है कि पुलिस की एडवाइजरी कानून व्यवस्था के लिए है, क्योंकि यह एक धार्मिक यात्रा है और पुलिस ने यह व्यवस्था इसलिए लागू की है ताकि इसमें हिंदू-मुस्लिम विवाद न हो.
देवबंदी उलेमा ने जताई नाराजगी
दूसरी तरफ देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने सरकार के इस कदम पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस आदेश से दूरियां पैदा होगी और जो फिरका परस्त लोग हैं, उन्हें मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोग कावड़ियों के लिए कैम्प लगते हैं. मुस्लिम उनके खाने-पीने का इंतजाम करते हैं और पुष्प वर्षा भी करते हैं, लेकिन सरकार के इस आदेश से आपस में दूरियां पैदा होंगी. सरकार को इसपर फिर से विचार करना चाहिए.
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