महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर अब बुरी तरह फंस चुकी है. उनकी मुश्किलें दिन-पर दिन बढ़ती जा रही हैं. अब यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानि यूपीएससी ने खुद पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा 2022 से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं से उन्हें रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
बता दें, इससे पहले उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी ने पूजा खेडकर का महाराष्ट्र से ट्रेनिंग प्रोग्राम रद्द करके एकेडमी ने उन्हें तत्काल वापस बुलाने के लिए लेटर भी जारी किया था. इसके अलावा एकेडमी ने महाराष्ट्र सरकार को भी इस संबंध में पत्र लिखकर जानकारी दी थी.
पूरा मामला जानें
दरअसल, पूजा खेडकर पर यूपीएसपी को चकमा देकर सिलेक्शन पाने का आरोप है. बताया जा रहा है कि पूजा खेडकर ने दिव्यांगता का प्रमाण पत्र के आधार पर यूपीएससी परीक्षा में हिस्सा लिया था और वो विशेष रियायतें पाकर वो आईएएस बनीं. इतना ही नहीं उन्होंनेल वो विभिन्न कारणों का हवाला देकर 6 बार मेडिकल परीक्षण से बचती रहीं. वहीं बाहरी मेडिकल एजेंसी से एमआरआई रिपोर्ट जमा करने का विकल्प चुना, जिसे यूपीएससी ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया. हालांकि बाद में यूपीएससी ने इस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया.
उम्र में भी की गड़बड़ी
पूजा खेडकर ने 2020 और फिर 2023 में केंद्रीय अपीलीय ट्रिब्यूनल को विवरण दिए गए. इसमें तीन साल के अंतराल के बावजूद सिर्फ एक साल आयु बढ़ना दिखाया गया है. पूजा खेडकर ने अपनी बेंचमार्क डिसेबिलिटी साबित करने के लिए कोई टेस्ट भी नहीं कराया था.
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