अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिका में होने वाला राष्ट्रपति चुनाव नहीं लडेंगे. अमेरिका में राष्ट्रपति बाइडेन की सेहत को लेकर कई तरह की बातें चल रही थी. उनके खुद के पार्टियों के नेताओं ने और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें चुनाव ना लड़ने की सलाह दी थी. पहले तो बाइडेन अपनी दावेदारी से पीछे नहीं हट रहे थे. इसके बाद बाइडेन ने कहा था कि अगर डॉक्टर मुझे अनफिट या किसी बीमारी से ग्रसित पाते हैं तो मैं राष्ट्रपति की रेस से बाहर हो जाऊंगा. अब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है.वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डैमोक्रेटिक पार्टी, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर सकती है. जो बाइडेन ने भी कमला हैरिस का समर्थन किया है.
बाइडेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि मैंने तय किया है कि मैं राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन स्वीकार नहीं करूंगा. अपनी सारी ऊर्जा राष्ट्रपति रहते हुए अपनी ड्यूटी करने में लगाऊंगा. 2020 में जब मुझे पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था तो मैंने पहला फैसला कमला हैरिस को वाइस प्रेसिडेंट पद के लिए चुनने के लिए लिया था। यह मेरा अब तक का सबसे अच्छा फैसला रहा है. आज मैं कमला हैरिस को हमारी पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर पूरा समर्थन देना चाहता हूं. डेमोक्रेट्स- यह वक्त साथ मिलकर ट्रम्प को हराने का है.
https://twitter.com/JoeBiden/status/1815087772216303933
उन्होंने अमेरिका के नागरिकों के नाम एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने अपने कार्यकाल और इस दौरान किए गए खास कार्यों का जिक्र किया साथ ही कहा कि, ‘मैं उन सभी के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे दोबारा निर्वाचित देखने के लिए इतनी मेहनत की है. मैं इस सारे काम में एक असाधारण भागीदार होने के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को धन्यवाद देना चाहता हूं और मैं अमेरिकी लोगों द्वारा मुझमें दिखाए गए विश्वास और भरोसे के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं.’
— Joe Biden (@JoeBiden) July 21, 2024
बाइडेन की सेहत को लेकर सवाल
एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही काम कर पाते हैं. यानि किबाइडेन रोजाना 6 घंटे ही बेहतर काम कर पाते हैं. इससे पहले 28 जून को पहली प्रेसिडेंशियल में बाइडेन कई मौकों पर बिना सोचे-समझे बोल रहे थे. कई बार लड़खड़ाते हुए भी दिखे थे, जिस कारण वे बहस हार गए. इसके बाद नाटो समिट के दौरान बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को प्रेसिडेंट पुतिन कह दिया था. इसके कुछ ही देर बाद उन्होंने अपनी गलती दोहराई और वो अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम भूल गए और उन्हें डोनाल्ड ट्रम्प बोल दिया था.
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