नई दिल्ली: संसद में अपना बजट भाषण शुरू करने के साथ ही केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई और पूर्व केंद्रीयमंत्री पी चिदंबरम के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. देसाई और चिदंबरम वित्तमंत्री रहते हुए 7 बार बजट पेश कर चुके हैं. इस तरह आज बजट पेश करके निर्मला सीतारमण भी सातवीं बार बजट पेश करने वाली वित्तमंत्री बन गई है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि देश के इतिहास में किसी भी महिला को इतनी बार बजट पेश करने का मौका नहीं मिला है.
इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1970 में वित्तमंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभालते हुए 1970-71 का बजट पेश किया था. देश के आजाद होने के बाद से अभी तक 30 वित्तमंत्री संसद में बजट पेश कर चुके हैं. इनमें से कुछ वित्त मंत्रियों का कार्यकाल काफी छोटा रहा, तो कुछ ने लंबे समय तक इस जिम्मेदारी का निर्वाह किया है.
वित्तमंत्री के रूप में सबसे लंबे समय तक काम करने का रिकॉर्ड पी चिदंबरम के नाम है, जो अलग-अलग सरकारों में कुल 8 साल 41 दिन वित्तमंत्री के रूप में काम कर चुके हैं. इस दौरान उन्हें सात बार बजट पेश करने का मौका मिला. वित्तमंत्री के कार्यकाल के मामले में दूसरा स्थान पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का है, जिन्होंने 1958 से 1962 तक और फिर 1967 से 1969 तक वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी. इसके अलावा 1977 में दो दिन और 1979 में 12 दिन तक मोरारजी देसाई ने वित्तमंत्री का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला था। इन सबको मिला कर मोरारजी देसाई कुल 7 साल 338 दिन तक देश के वित्तमंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने कुल 7 बार लोकसभा में बजट पेश किया.
वित्तमंत्री के कार्यकाल के मामले में निर्मला सीतारमण तीसरे स्थान पर आती हैं, जो 5 साल 52 दिन से वित्तमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. इस अवधि में उन्होंने आज सातवीं बार बजट पेश किया. इस साल वित्तमंत्री के रूप में ये उनका दूसरा बजट है. इसके पहले फरवरी में उन्होंने अंतरिम बजट पेश किया था. वित्तमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के पहले निर्मला सीतारमण 27 मई 2014 से लेकर 9 नवंबर 2014 के बीच 166 दिन तक वित्त राज्यमंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं.
महिला वित्तमंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण सबसे लंबे समय तक काम कर चुकी हैं. इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 16 जुलाई 1969 से लेकर 27 जून 1970 के बीच 346 दिन तक वित्तमंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली थी. बजट पेश करने का काम आमतौर पर वित्तमंत्री ही करते हैं. लेकिन आजादी के बाद ऐसे भी कई मौके आए हैं, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री ने वित्तमंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभालते हुए लोकसभा में बजट पेश किया है. प्रधानमंत्री रहते हुए देश का बजट पेश करने वालों में पहला नाम पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का है, जिन्होंने 1958 में तत्कालीन वित्तमंत्री टीटी कृष्णमाचारी के अचानक इस्तीफा देने के बाद खुद लोकसभा में बजट पेश किया था. इसके अलावा इंदिरा गांधी, मोरारजी देसाई, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह का नाम भी उन नेताओं में शामिल है, जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली और बजट भी पेश किया.
ये भी पढ़े- Union Budget 2024: कृषि क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान, जानें किसानों को क्या मिला?
कमेंट