देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ ने रविवार को तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है. हाथी दांत तस्करों के अंतरराज्यीय गिरोह को बेनकाब किया है. हरिद्वार के वाइल्ड लाइफ क्षेत्र से एसटीएफ व तराई केंद्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर तथा श्यामपुर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दो हाथी दांत के साथ तीन अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं. इसमें दो तस्कर उत्तर प्रदेश हैं. ये सभी लंबे समय से वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त थे.
राज्य में वन्य जीव अंगों की अवैध तस्करी में लिप्त तस्करों की गतिविधियों की रोकथाम व धरपकड़ के लिए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखंड एपी अंशुमान ने एसटीएफ को कार्रवाई के निर्देश दिए थे. वहीं एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने भी अपनी टीमों को निर्देशित किया था. इसी क्रम में सीओ एसटीएफ आरबी चमोला के नेतृत्व में एसटीएफ, तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर व थाना श्यामपुर की संयुक्त टीम ने ज्वांइट आपरेशन में जनपद हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र से दो अंतरराज्यीय वन्यजीव तस्कर चंदन सिंह (48) पुत्र रामकुवर व गौतम सिंह (48) पुत्र सुखदेव सिंह निवासी ग्राम आमगारपुर थाना मंडावली, जनपद बिजनौर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक हाथी दांत (वजन सात किलो) बरामद किया. दोनों तस्करों से पूछताछ के उपरांत जितेंद्र सैनी पुत्र ऋषिपाल निवासी नौरंगाबाद थाना श्यामपुर जिला हरिद्वार उत्तराखंड को दूसरे हाथी दांत के साथ श्यामपुर क्षेत्र से ही गिरफ्तार किया. गिरफ्तार तस्कर लम्बे समय से वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त थे.
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ ने हरिद्वार क्षेत्र में वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है. तीन शातिर वन्यजीव तस्करों को दो हाथी दांत के साथ गिरफ्तार किया है. हरिद्वार क्षेत्र से वन्यजीव अंगों की तस्करी करने का इनपुट एसटीएफ के पास आया था, जिस पर एसटीएफ टीम को गोपनीय रुप से कार्रवाई के लिए लगाया गया था. जब ये तस्कर हाथी दांत को किसी बाहर की पार्टी को बेचने के लिए निकले तो टीम ने इन्हें धर-दबोचा. हाथी का शिकार कब, कहां, किस जंगल में किस तरह किया गया, यह पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा. हाथी को वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है. इसका शिकार करना एक गंभीर अपराध है. पकड़े गए तस्करों के विरुद्ध थाना श्यामपुर में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है. गिरफ्तार तस्करों में से गौतम सिंह वर्ष 2017 थाना मंडावली जिला बिजनौर से हत्या तथा जितेंद्र सैनी वर्ष 2017 में थाना श्यामपुर से फॉरेस्ट एक्ट के मुकदमे में जेल जा चुका है.
बेजुबान जानवरों के शिकार पर अंकुश लगाएगी एसटीएफ
एसएसपी ने जनता से अपील की है कि वह वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों के विरूद्व कार्यवाही के लिए तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखंड (0135-2656202) से संपर्क करें. उत्तराखंड एसटीएफ आगे भी वन्यजीव तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही करती रहेगी, ताकि बेजुबान जानवरों के शिकार पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके.
हिन्दुस्थान समाचार
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